कोलकाता: विधानसभा चुनाव 2021 में पूरणमल कांग्रेस ने अंतर के साथ जीत हासिल की है। यहां तक कि राजनीतिक विशेषज्ञों को भी यह उम्मीद नहीं थी कि विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस इस प्रकार जीत हासिल होगी। चुनाव के नतीजे आने के बाद राजनीतिक बुद्धिजीवियों के एक बड़े तबके ने खुले तौर पर यह माना है कि राज्य की सत्ताधारी पार्टी की यह अकल्पनीय जीत अकेले ममता बनर्जी के करिश्मे की वजह से है।
हालांकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष इसे मानने को तैयार नहीं हैं। विधानसभा में 213 सीटें मिलने में उन्हें तृणमूल सुप्रीमो की कोई भूमिका नजर नहीं आती है। दिलीप घोष सोचते हैं कि कोई तीसरा व्यक्ति इस जीत का मास्टरमाइंड है। वह तीसरा व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर हैं।
दरअसल एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कई मुद्दों को लेकर खुलकर बात की। सवाल किया गया कि विधानसभा चुनाव 2021 में तृणमूल कांग्रेस के रिकॉर्ड जीत के बारे में उनकी क्या राय है? जवाब में दिलीप घोष ने स्पष्ट रूप से कहा कि इसमें ममता बनर्जी की कोई भूमिका नहीं है। इसका श्रेय प्रशांत किशोर को जाता है। घोष ने कहा कि पूरी तरह से अन्यायपूर्ण तरीके से झूठ फैलाकर पीके ने हर जगह जीत हासिल की। उन्होंने लोगों को गुमराह किया है।
दिलीप घोष ने अपने दावे पर तर्क देते हुए कहा कि ममता ने कहा था कि जंगलमहल के आदिवासियों को हर महीने 1000 दिए जाएंगे। महिलाओं को हर महीने ₹500 देने का वादा किया गया था। यह सब क्या हुआ? यह कैसी राजनीति है? इस प्रकार शायद वोट जीता जा सकता है। क्योंकि लोगों के हाथ पूरी तरह खाली हैं।
नंदीग्राम से हारने के बाद मुख्यमंत्री बनी ममता बनर्जी पर दिलीप घोष ने तंज कसा। उन्होंने कहा कि पिछले दरवाजे से मुख्यमंत्री बनने के सिवाय उनके पास कोई और रास्ता नहीं था। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। मेदनीपुर की लोगों ने यह साफ कह दिया वह बंगाल की बेटी नहीं चाहते।