लंदन। इटली ने यहां वेंब्ले स्टेडियम में खेले गए यूरो कप 2020 के फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को पेनल्टी शूटआउट में हराकर इस टूर्नामेंट का खिताब जीता। इटली के जीत के हीरो गोलकीपर जियानलुइगी डोनारुमा रहे जिन्होंने पेनल्टी शूटआउट में दो गोल बचाए और इटली की खिताब जीताने में अहम भूमिका निभाई।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इटली और इंग्लैंड के बीच एक्सट्रा टाइम तक मुकाबला 1-1 की बराबरी पर रहा जिसके बाद मैच का फैसला पेनल्टी शूटआउट के जरिए निकला जिसमें इटली ने 3-2 से जीत हासिल की।
इससे पहले, इंग्लैंड की ओर से ल्यूक शॉ ने दूसरे मिनट में ही गोल कर टीम को शुरूआती बढ़त दिलाई और खिताबी मुकाबले का शानदार आगाज किया। इंग्लैंड ने इस बढ़त को पहले हॉफ तक कायम रखा और इटली को गोल करने से रोकने में सफल रही।
पहले हॉफ में जिस तरह इंग्लैंड ने बढ़त ली उससे लग रहा था कि इंग्लैंड फुटबॉल के किसी बड़े टूर्नामेंट में खिताब जीतने के अपने 55 साल के सूखे खत्म करने के करीब है।
हालांकि, दूसरे हॉफ में इटली ने वापसी की और उसकी तरफ से लियोनाडरे बोनुची ने 67वें मिनट में गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया।
इसके बाद इंग्लैंड और इटली ने बढ़त हासिल करने की तमाम कोशिश की लेकिन निर्धारित समय तथा इंजुरी समय में भी दोनों टीमें अन्य गोल नहीं कर सकीं और मुकाबला 1-1 की बराबर पर रहा।
डोनारुम्मा को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया। इटली ने 2006 फीफा विश्व कप के बाद पहली बार कोई बड़ा अंतर्राष्ट्रीय खिताब जीता है।
इटली ने आखिरी बार 1968 में यूरो कप जीता था। इटली यूरो 2000 और यूरो 2012 में भी फाइनल में पहुंचा था, जहां उसे क्रमश: फ्रांस और स्पेन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।
दूसरी तरफ इंग्लैंड की टीम जिसने आखिरी बार 1966 में जर्मनी को 4-2 से हराकर विश्व कप जीता था, उसका इसके बाद कोई भी बड़ा खिताब जीतने का इंतजार इटली ने बढ़ा दिया है।