सांगली: महाराष्ट्र के सांगली जिले से हाल ही में चौकाने वाला मामला सामने आया है। जी दरअसल यहाँ बीते गुरुवार को एक डॉक्टर को एक महिला के परिवार को दो दिनों तक उसकी मौत के बारे में कथित तौर पर नहीं बताने और उससे ज्यादा पैसे वसूलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इस मामले में मिली जानकारी के तहत 60 साल की महिला को इस साल फरवरी में इस्लामपुर के आधार हेल्थकेयर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इस मामले में जानकारी देते हुए एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि, ”8 मार्च को उसकी मौत हो गई, लेकिन आरोपी डॉक्टर योगेश वाथरकर ने तुरंत उसके रिश्तेदारों को सूचित नहीं किया और 10 मार्च तक उसका इलाज जारी रखा।” आगे उन्होंने बताया कि, ‘आरोपी ने महिला के बेटे से कहा कि उसकी 10 मार्च को मौत हो गई और शव सौंप दिया।’
इस मामले में मिली जानकारी के तहत इस धोखाधड़ी का खुलासा उस समय हुआ जब दस दिन बाद नगर निगम द्वारा जारी किए गए मृत्यु प्रमाण पत्र में उल्लेख किया गया कि ‘उसकी मृत्यु 8 मार्च को हुई थी।
‘ इस पूरे मामले के बारे में पुलिस अधिकारी का कहना है कि, ‘महिला के बेटे ने डॉक्टर से पूछताछ की, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला, इसलिए उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।’
अधिकारी ने यह भी बताया कि हमने मामला सरकारी अस्पताल के मेडिकल बोर्ड को भेजा और उनकी जांच के दौरान विसंगतियां सामने आईं है। अधिकारी ने बताया कि ”यह भी पता चला कि अस्पताल ने वास्तविक इलाज के लिए भी परिवार से अधिक शुल्क लिया था। हमने डॉ वाथरकर को आईपीसी की धारा 406 (विश्वास भंग), 420 (धोखाधड़ी) और 465 (जालसाजी) के तहत गिरफ्तार किया।”