कोलकाता: मोदी मंत्रिमंडल का आज विस्तार होने वाला है। इस मंत्रिमंडल में कई नए चेहरे शामिल होने वाले हैं। पश्चिम बंगाल के 2 राज्य मंत्री देबाश्री चौधरी और बाबुल सुप्रीयो ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मोदी कैबिनेट में इस बार कूचबिहार के सांसद निशित प्रमाणिक और बनगांव के सांसद शांतनु ठाकुर केंद्रीय मंत्री बनने की होड़ में है।
इसी बीच विष्णुपुर से भाजपा सांसद सौमित्र खान ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए युवा मोर्चा के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। सौमित्र खान ने अपने उक्त पोस्ट में व्यक्तिगत कारणों का जिक्र करते हुए लिखा की वह अब युवा मोर्चा के अध्यक्ष नहीं हैं। हालांकि सौमित्र खान की ओर से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष को आधिकारिक तौर पर कोई त्यागपत्र नहीं भेजा गया है।
सौमित्र खान के इस पद से इस्तीफा देने से सियासी अखाड़े में अकले लगना स्वाभाविक है। अब सवाल यह है कि क्या इस बार वह पार्टी छोड़ देंगे? बता दें कि सौमित्र खान ने उसी पोस्ट में लिखा मैं बीजेपी में हूं मैं था और रहूंगा।
लेकिन सवालिया उठने लगे हैं कि या अचानक फैसला क्यों? राजनीति क्षेत्र के कुछ लोगों की माने तो सौमित्र खान की भी केंद्रीय मंत्री बनने की इच्छा थी। लंबे इंतजार के बाद जब दिल्ली से फोन नहीं आया तो सौमित्र खान ने इस्तीफा देकर असंतोष जताया।
गौरतलब हो कि कुछ दिन पहले ही सौमित्र ने बंगाल के बंटवारे की मांग कर विवाद खड़ा कर दिया था। उन्होंने अलग जंगलमहल की मांग की थी। हालांकि प्रदेश भाजपा ने उनके बयान का समर्थन नहीं। इसके बाद सौमित्र खाने ने दावा किया कि उनका यह निजी बयान था।