कोलकाता : अक्सर एक-दूसरे को निशाने पर लेने वाले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष और तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष के बीच बीते कल एक शादी समारोह में मुलाकात हो गई। जहां दोनों नेता आपस में बात करते नजर आए। केवल बातचीत ही नहीं दोनों नेताओं ने करीब आकर तस्वीरें भी खिंचवाई।
दरअसल बीते कल यानी कि रविवार को महानगर की विराटी में दोनों नेता एक शादी समारोह में आमंत्रित किए गए थे। जहां दोनों नेताओं दिलीप घोष और कुणाल घोष के बीच मुलाकात हो गई।
बता दें कि आज प्रदेश भाजपा फर्जी वैक्सीन कैंप के विरोध में सड़क पर उतरने वाली है। इसके 1 दिन पहले दिलीप घोष और कुणाल घोष के बीच आमना सामना हुआ। राजनीतिक मतभेद के बावजूद दोनों नेताओं ने साथ में तस्वीर खिंचवाई। इस दौरान दूल्हे और दुल्हन ने भी दोनों नेताओं के साथ तस्वीरें खिंचवाई।
इस दौरान दोनों नेताओं को आपस में बातचीत करते भी देखा गया। अब सवाल यह है कि दो विरोधी नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई? सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शादी समारोह में दोनों नेताओं के बीच किसी भी प्रकार की राजनीतिक चर्चा नहीं हुई। दोनों नेताओं के बीच सौजन्यमूलक बातचीत हुई।
गौरतलब हो कि राजनीतिक मैदान में दोनों नेताओं को एक दूसरे पर कटाक्ष करते देखा जाता है। राज्य में फर्जी वैक्सिंशन कैंप को लेकर दिलीप घोष ने कहा था उन्हें सूचना मिली है की देबांजन देब दक्षिण कोलकाता तृणमूल तथा टीएमसी आईटी सेल मैं एक दायित्व पर था। पार्टी से लेकर सरकार तक सब जगह वह जुड़ा हुआ था। बड़े नेताओं को यह पता भी था। बड़े नेताओं को यह जानकारी थी यही कारण है कि इतने दिनों तक वह यह सब करता रहा।
दिलीप घोष के इस दावे के बाद टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने भी पलटवार किया। कुणाल घोष ने कहा कि दिलीप घोष के बातों का कोई मतलब नहीं है। इसके साथ तृणमूल कांग्रेस व किसी अधिकारियों या फिर संगठन का कोई संपर्क नहीं है। उक्त व्यक्ति ने विभिन्न परिचय देकर यह सब काम किया है। तृणमूल कांग्रेस की सांसद मिमी चक्रवर्ती की शिकायत के बाद ही पुलिस ने कार्यवाही की है।