अब पेपर कार्टन में नहीं पैक होगा डाबर रेड पेस्ट, ईको-फ्रेंडली पैकेजिंग को देंगे बढ़ावा

  • इस प्रयास से कागज बचेगा, चाइल्ड राइट्स एंड यू (CRY) से शिक्षा संबंधी जरूरतें होंगी पूरी

कोलकाता : भारत की अग्रणी विज्ञान आधारित आयुर्वेद कंपनी डाबर इंडिया लिमिटेड ने अपने टूथपेस्ट ब्रांड डाबर रेड पेस्ट से पेपर कार्टन हटाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। डाबर ने रिलायंस रिटेल के साथ मिलकर पेपर कार्टन से मुक्त डाबर रेड टूथपेस्ट के इस ईको-फ्रेंडली पैकेजिंग के पायलट पहल की घोषणा की। बाहरी कार्टन हटाने से बचने वाले कागज का उपयोग नोटबुक बनाने में किया जाएगा और चाइल्ड राइट्स एंड यू (CRY) के द्वारा यह कॉपियां जरूरतमंद बच्चों को मिलेंगी।

डाबर इंडिया लिमिटेड के मार्केटिंग हेड (ओरल केयर) श्री हरकवल सिंह ने कहा, “इस प्रयास के साथ ही डाबर रेड पेस्ट ने एक यूनिक कैंपेन ” गिव अप द कार्टन, गिव मी अ फ्यूचर'” भी लॉन्च किया है। चाइल्ड राइट्स एंड यू के साथ मिलकर कंपनी पेपर कार्टन हटाने के बाद जो भी कागज बचेगा, उसका उपयोग नोटबुक बनाने में करेगी, जो 1 लाख 20 हजार से ज्यादा जरूरतमंद बच्चों को बांटी जाएंगी। हमें उम्मीद है कि इस प्रयास के तहत हम सालभर में 150 टन कागज बचाने में सफल होंगे और पर्यावरण से कचरा दूर रख पाएंगे।”

रिलायंस रिटेल के सीईओ-ग्रॉसरी दामोदर माल ने कहा, ”हम डाबर के साथ मिलकर एक स्मार्ट तरीके से काम करते हुए पेपर के उपयोग को कम करने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। सुपरमार्केट और सुपर ऐप के जरिए खरीदारी करने वाले ग्राहक जागरूक हैं और ऐसे पर्यावरण हितैषी प्रयासों को सहयोग देने के लिए तत्पर हैं। वे इस प्रयास का स्वागत करें। आज हमारे द्वारा किया जाने वाला छोटा सा प्रयास कल जाकर इंडस्ट्री में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाएगा।”

इसके साथ ही, कंपनी एक बाहरी पेपर कार्टन मुक्त लोयूनिटप्राइस (एलयूपी) पैक भी पेशकर रही हैजो विशेश रूपसे ग्रामीण बाजारों के लिए बनाया गया है। डाबर इंडिया लिमिटेड के वाइस प्रेसीडेंट (मार्केटिंग-पर्सनल केयर) श्री राजीव जॉन ने कहा, ”बाजार में यह पहली बार है जब किसी टूथपेस्ट ब्रांड ने ऐसा कदम उठाया है। हमें यह बताते हुए अत्यंत खुशी हो रही है कि डाबर रेड पेस्ट अब नए ईको-फ्रेंडली डिजाइन में कार्टन फ्री पैक्स में उपलब्ध होगा। यह एक पायलट प्रोजेक्ट है, जो मॉर्डन ट्रेड आउटलेट में दिखाई देगा। इन दोनो प्रयासों से हम सालभर में 150 टन कागज बचाने में सफल होंगे।”

चाइल्ड राइट्स एंड यू की रीजनल डायरेक्टर सोहा मोइत्रा ने कहा, “चाइल्ड राइट्स एंड यू का हमेशा से यह मानना रहा है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हर बच्चे का अधिकार है। यह बच्चों के भविष्य निर्माण के लिए बेहद जरूरी है। चाइल्ड राइट्स एंड यू अपने प्रोजेक्ट एरिया के तहत आने वाले बच्चों को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया करवाने को लेकर प्रतिबद्ध है। डाबर के द्वारा लिया गया फैसला वहुआयामी है। यह कैंपेन निश्चित रूप से हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए है, जो न सिर्फ उन्हें शिक्षा देगा बल्कि पर्यावरण को स्थिरता देगा।”

भविष्य की पीढ़ी के लिए पर्यावरण को सुरक्षित बनाए रखने के उद्देश्य से डाबर अपने स्तर पर कई तरह के प्रयास कर रहा है। इनमें बायो विविधता को बढ़ावा देने के साथ-साथ उपभोक्ताओं द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला प्लास्टिक संग्रहित करके उसे रिसाइकल करने की प्रक्रिया में डालना, उत्पादों की पैकेजिंग में पेपर का उपयोग कम करने जैसे प्रयास शामिल हैं। यह प्रयास भी इसी दिशा में उठाया गया कदम है। कार्टन फ्री टूथपेस्ट पैक से बचने वाला कागज हर साल जरूरतमंद बच्चों को मिल पाएगा। इस कैंपेन के जरिए डाबर हर साल करीब 1.2 लाख बच्चों को नोटबुक मुहैया करवाएगा।

डाबर रेड पेस्ट के बारे में: डाबर रेड पेस्ट, डाबर कंपनी का फ्लैगशिप आयुर्वेदिक टूथपेस्ट है। ओरल हाइजीन के मामले में यह कई पीढ़ियों के लिए एक विश्वसनीय नाम है। यह पारंपरिक भारतीय ज्ञान और आधुनिक फार्मास्यूटिकल तकनीक का बेहतरीन संयोजन है। डाबर रेड पेस्ट में शामिल हैं 13 सक्रिय आयुर्वेदिक तत्व जैसे- लोंग, पुदीना और तोमार आदि। यह आपके दांतों से जुड़ी समस्याओं को आपसे दूर रखते हैं। दांत न सिर्फ स्वस्थ रहते हैं बल्कि ओरल हाइजीन भी बनी रहती है।

डाबर इंडिया लिमिटेड के बारे में: डाबर इंडिया लिमिटेड भारत की अग्रणी एफएमसीजी कंपनियों में से एक है, जो 137 सालों की विरासत और गुणवत्ता को सहेजे हुए है। डाबर आज भारत का सबसे विश्वसनीय नाम है। यह दुनिया की सबसे बड़ी आयुर्वेदिक और प्राकृतिक हेल्थ केयर कंपनी है। डाबर इंडिया एफएमसीजी पोर्टफोलियो में 9 बड़े शक्तिशाली ब्रांड्स शामिल हैं। इनमें डाबर च्यवनप्राश, डाबर हनी, डाबर हनीटस, डाबर पुदीना और डाबर लाल तेल हेल्थकेयर क्षेत्र में, डाबर आमला, डाबर रेड पेस्ट और वाटिका पर्सनल केयर क्षेत्र में और रियल फूड कैटेगरी में।

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