*विपक्षी राजनीति*
बोल कर झूठ जनता को भरमाइये
ऐड देकर सियासत को चमकाइये
और उठने लगें काम पर प्रश्न जब
दोष औरों पर मढ़िये, खिसक जाइये
बोल कर झूठ जनता को भरमाइये
ऐड देकर सियासत को चमकाइये
और उठने लगें काम पर प्रश्न जब
दोष औरों पर मढ़िये, खिसक जाइये