लोक आस्था का पर्व चैती छठ पूजा : आज दिया गया डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य

उमेश तिवारी, हावड़ा। Chaiti Chhath Puja : लोक आस्था का पर्व माने जाने वाले बिहार के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक चैती छठ का आयोजन हावड़ा के विभिन्न घाटों पर देखने को मिला। छठब्रती महिलाएं तेलकल घाट, रामकृष्णपुर घाट, शिबपुर घाट सहित हावड़ा के कई घाटों पर अपने परिवार के साथ पूजा करने के लिए आयी हुईं थी। रविवार को सांध्य अर्घ्य दिया गया। छठ पूजा के दिन सूर्य को अर्घ्य देने का विधान है।

छठ पूजा का व्रत महिलाएं अपनी संतान की रक्षा और सुखी जीवन के लिए रखती हैं। साथ ही पूरे परिवार की सुख शांति की कामना के लिए भी यह व्रत किया जाता है। मान्यता है कि खरना की पूजा करने के बाद घर में देवी षष्ठी का आगमन होता है। फिर तीसरे और चौथे दिन इस पर्व का सबसे अहम होता है। इसे ही सांध्य और उषा अर्घ्‍य कहा जाता है।

हावड़ा के गंगा घाटों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये गए थे। हावड़ा सिटी पुलिस की ओर से श्रद्धांलुओं को गहरे पानी में जाने से मना किया जा रहा था। साथ ही चोर, उच्चकों और छिनतईबाजों पर नजर रखी जा रही थी। हालांकि चैती छठ पर सेवा शिविर लगानेवाले संस्थाओं की कमी देखी गयी। कई छठब्रती महिलाओं को दांडी करते हुए घाट की ओर जाते हुए देखा गया।

हावड़ा कमल संघ ने लगाया शिविर : प्रत्येक वर्ष की भांति उत्तर हावड़ा के किंग्स रोड, नमक गोला घाट पर हावड़ा कमल संघ द्वारा सेवा शिविर का आयोजन किया गया। छठ व्रतियों सहित उनके परिवार के सदस्यों को कोरोना के संक्रमण से दूर रखने के लिये मास्क और सेनेटाइजर वितरण कर उन्हें भीड़ से बचने और मास्क लगाने की अपील की गई साथ ही श्रद्धालुओं को पूजन सामग्री वितरित की गई।

कार्यक्रम में वार्ड 13 की निवर्तमान पार्षद गीता राय, पप्पू दुबे, राजेश राय, आशा अग्रवाल, गीता त्रिवेदी, राजेश यादव, सूरज प्रताप सिंह, अमृतराज उपाध्याय, मुकेश राय, समरजीत राय सहित कमल संघ के कार्यकर्ताओं ने लोगों को सहयोग किया। संस्था के सचिव उमेश राय ने कोरोना के संक्रमण से बचने के लिये लोगों से आह्वान किया।

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