चबुआ। असम के चबुआ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, मुझे यह देखकर तकलीफ हुई कि इस देश की एक ऐसी पार्टी जो सबसे पुरानी पार्टी, जिसने इस देश पर 50-55 साल शासन किया। ऐसी कांग्रेस पार्टी आज भारत की चाय की पहचान को मिटाने वालों का खुलेआम समर्थन कर रही है।
आपने एक टूलकिट की चर्चा सुनी होगी, इस टूलकिट में असम की चाय और हमारे ऋषि मुनियों द्वारा दिए गए योग को दुनिया में बदनाम करने की योजना तैयार की गई। ऐसी साजिश रचने वालों को कांग्रेस पार्टी समर्थन करे और असम में वोट मांगने की हिम्मत करे। कांग्रेस को हम माफ कर सकते हैं क्या?
कांग्रेस आज उस पार्टी के साथ गठबंधन के साथ मैदान में उतरी है जो असम की अस्मिता, असम की संस्कृति के लिए अपने आप में एक बहुत बड़ा खतरा है, बहुत बड़ा संकट है। ये (कांग्रेस) वही लोग हैं जिन्होंने चाय के बागानों में काम करने वाले हमारे भाई-बहनों पर कभी भी ध्यान नहीं दिया… असम के लोगों को इन लोगों से सावधान रहने की आवश्यकता है। एक चायवाला आपके दर्द को नहीं समझेगा तो कौन समझेगा।