पारो शैवलिनी की गज़ल : साथ हरदम रहेगा

साथ हरदम रहेगा

शाम ढलती रहेगी, उम्र ढलता रहेगा।
प्यार रोशन हमारा तो होता रहेगा।

हम बुलायेंगे जबभी, न इंकार करना
चली आना, नहीं तो दिल रोता रहेगा।

हम और तुम जमीं के, ऐसे सितारे बनेंगे
आसमां भी देखकर आह भरता रहेगा।

संग निभा देंगे, कसम खाकर कहते हैं तेरी
वादा तुम भी करो, साथ हरदम रहेगा।

पारो शैवलिनी

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