वर्ष 2021 में होली का पर्व 28 मार्च को है। होली के त्यौहार में लोग एक दूसरे पर रंग व अबीर लगाकर खुशियां मनाते हैं। लेकिन देश में एक जगह ऐसा भी है जहां लोग रंगों से होली नहीं खेलते हैं। हम बात कर रहे हैं झारखंड के जमशेदपुर जिले की। इस जिले के आदिवासी बहुल इलाकों में इस समुदाय के लोग रंगों से होली नहीं खेलते। इस समुदाय में यह प्रथा बरसों से चली आ रही है। बरसों से इन लोगों ने रंग से होली नहीं खेली। यहां आपको रंग कहीं भी नजर नहीं आएगा।दरअसल यहां रंगों की बजाए पानी से होली खेली जाती है। इस आदिवासी बहुल इलाके के लोगों का मानना है कि अगर कोई लड़का या लड़की रंग की होली खेलता है या अगर इनमें से कोई भी एक-दूसरे पर रंग डालता है, तो उन्हें शादी करनी पड़ती है।
यहीं वजह है कि इस समाज के लोग रंगों से होली नहीं खेलते। इस समुदाय में यह प्रथा बरसों से चली आ रही है। होली के दौरान यहां ढोल-बाजे के साथ लड़का-लड़की नाचते-गाते हैं और एक-दूसरे पर पानी डालते हैं, लेकिन वो रंग से परहेज करते हैं। यहां आदिवासी होली के दिन से कुछ रोज पहले ही होली खेलना शुरू कर देते हैं। यहां रात भर लोग एक-दूसरे पर पानी डालकर होली खेलते हैं और इस दौरान वो अपनी पारंपरिक वेशभूषा भी पहनते हैं।