Kolkata : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों (West Bengal Assembly Election) की तारीखों के ऐलान के बाद TMC ने बड़ी घोषणा की है। TMC की चुनाव समिति ने यह फैसला लिया है कि आने वाले चुनावों में 80 साल से ज्यादा उम्र के विधायकों को पार्टी टिकट नहीं देगी। पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से विधानसभा के चुनाव होने हैं। राज्य में 8 चरणों में मतदान होगा, जिसके नतीजे 2 मई को आएंगे।
ऐसे में तृणमूल कांग्रेस की चुनाव समिति ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पार्टी के कुछ नए फैसलों की जानकारी दी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान TMC ने कांग्रेस और बाम दलों पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि रविवार CPM नें कई पार्टियों के संग आगामी विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया है। TMC ने कांग्रेस और CPM पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ये दोनों दल अब धर्मनिरपेक्ष नहीं रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता अधीररंजन चौधरी पर भी हमला बोला।
कांग्रेस और CPM पर लगाया धर्म की राजनीति करने का आरोप : TMC धार्मिक सद्भावना बिगाड़ने को लेकर अक्सर भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर रहती है। हालांकि अब सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर TMC ने कांग्रेस और CPM पर भी धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इन पार्टियों की असलियत अब सबके सामने आ गई है।
वाम दलों ने कांग्रेस और नवगठित ISF मिलकर खुद को बताया तीसरा विकल्प : बंगाल विधानसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान के बाद रविवार को वाम दलों, कांग्रेस और नवगठित ISF के गठबंधन ने पश्चिम बंगाल में रविवार को ब्रिगेड रैली में खुद को ‘तीसरे विकल्प’ के रूप में पेश किया और कहा कि प्रदेश के विकास के लिए यहां एक जनहित सरकार की आवश्यकता है।