कोलकाता (Kolkata) : ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी फिर बंगाल आ रहे हैं। 25 फरवरी को कोलकाता पहुंचने के बाद ओवैसी के इस बार के एजेंडे में कोलकाता में जहां पदयात्रा है तो वहीं मुस्लिम बहुल मटियाबुर्ज इलाके में चुनावी सभा करना भी है। इसके बाद कुछ पार्टियों के साथ बैठक भी होनी है। खबर मिली है कि ओवैसी उसी दिन वाम-कांग्रेस नेतृत्व के साथ बातचीत कर सकते हैं। लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि वह वाम-कांग्रेस के किन नेताओं के साथ बात करेंगे।
जनवरी की शुरुआत में ओवैसी ने बंगाल आने के बाद सीधे हुगली जिले के फुरफुरा शरीफ पहुंच गए थे और उन्होंने वहां के पीरजादा अब्बास सिद्दीकी के साथ बैठक भी की थी। उस बैठक के बाद उन्होंने घोषणा किया था कि उनकी पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन बंगाल विधानसभा चुनाव में पीरजादा अब्बास के नेतृत्व में लड़ेगी। इसके कुछ दिनों बाद ही अब्बास ने अपनी नई पार्टी इंडियन सेकुलर फ्रंट तैयार कर लिया। अब्बास की वाममोर्चा-कांग्रेस गठबंधन में शामिल होने को लेकर सीट बंटवारे पर बातचीत हो रही है।
हालांकि, अभी यह तय नहीं हो सका है कि अब्बास को वाम-कांग्रेस गठबंधन कितनी सीटें देने को राजी है। वाममोर्चा चेयरमैन बिमान बसु और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अधीर चौधरी ने कहा कि संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि अब्बास सिद्दीकी उनके गठबंधन में शामिल होने जा रहे हैं। हालांकि, खबर यह भी आ रही है कि अब्बास 50 से अधिक सीटें मांग रहे हैं, ताकि उसमें से ओवैसी को भी वह कुछ सीटें दे सके। ओवैसी और अब्बास की नजर मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद, मालदा, उत्तर व दक्षिण दिनाजपुर, दक्षिण व उत्तर 24 परगना, हुगली और कोलकाता की सीटों पर हैं।