कोलकाता (Kolkata)। PM Modi In West Bengal (Hooghly) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को बंगाल में हुगली के डनलप मैदान में पहुंचे। यहां दिलीप घोष ने पीएम का स्वागत किया। पीएम मोदी ने भारत माता की जय से संबोधन की शुरुआत की। इसके साथ ही मोदी ने बंगाल से जुड़ी कई परियोजनाओं से अवगत कराया। पीएम ने कहा कि कोलकाता से लेकर दिल्ली तक आपकी यह ऊर्जा बहुत बड़ा संदेश दे रही है। बंगाल अब परिवर्तन का मन बन चुका है। मेरे साथ बोलिए भारत माता की जय, वंदे मातरम के नारे लगवाए। पश्चिम बंगाल अपने तेज विकास के संकल्प को सिद्ध करने के लिए एक बड़ा कदम उठा रहा है।
Strong support all over West Bengal for @BJP4India. Watch from Hooghly. https://t.co/8CfYgb8ceo
— Narendra Modi (@narendramodi) February 22, 2021
दक्षिणेश्वर मेट्रो का किया उद्घाटन : पीएम हुगली जिले में एक कार्यक्रम से नोआपाड़ा से दक्षिणेश्वर के लिये मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर कोलकाता मेट्रो की उत्तर-दक्षिण लाइन के विस्तार का उद्घाटन किया। पिछली बार मैं आप को गैस संपर्क का उपहार देने आया था, आज मेट्रो और रेल की अनेक परियोनजाओं का शिलान्यास और उद्घाटन होना है। साथियों दुनिया में जितने देश गरीबी से बाहर आए और गरीबी मिटाने में सफल हुए। ऐसे देश में एक बात बहुत कामन देखी जाती है। देश ने सही समय में ब़ड़ी संख्या में आधारभूत ढांचे विकसित किए है। आधुनिक रेलवे से लेकर आधुनिक सड़कें बनी हैं।
तेजी से आगे बढ़ रहा देश : पीएम ने कहा कि विकसित देशों को बात करें तो उन्होंने समय के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर पर काफी जोर दिया। हमारे देश में भी यह काम दशकों पहले होना था। अब अहमे एक पल भी गंवाना नहीं है। इसी सोच के साथ आज देश में आधुनिक इंफ्रास्टेक्चर के निर्माण पर जोर दिया जा रहा है। युवाओं को रोजगार, टूरिज्म पर जोर दिया जा रहा है। इसीलिए पश्चिम बंगाल में भी भारत सरकार की प्राथमिकता है।
हर घर जल पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने 1700 करोड़ दिए : टीएमसी सरकार, गरीबों के घर तक पानी पहुंचाने के लिए कितनी गंभीर है, इसका एक और उदाहरण आपको देता हूं। हर घर जल पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार ने 1700 करोड़ रु से ज्यादा, टीएमसी सरकार को दिए। लेकिन इसमें से सिर्फ 609 करोड़ रु ही यहां की सरकार ने खर्च किया है। प्रयास ये है कि बच्चों को प्रदूषित पानी से होने वाली अनेक बीमारियों से बचाया जा सके। बंगाल के लिए ये मिशन इसलिए जरूरी है कि यहां डेढ़, पौने दो करोड़ ग्रामीण घरों में से सिर्फ दो लाख घरों में नल से जल की सुविधा है।
बंगाल में कनून का नहीं गुंडों का राज : बंगाल का विकास तब तक संभव नहीं है, जबतक शासन-प्रशासन गुंडों को आश्रय देगा। बंगाल का विकास तब तक संभव नहीं है, जब तक कानून का राज प. बंगाल में स्थापित नहीं होता। ये तब तक संभव नहीं है, जबतक पश्चिम बंगाल के सामान्य जन की सुनवाई करने वाली सरकार यहां नहीं बनती। बंगाल में निवेश के लिए उत्साह की कमी नहीं है, मुसीबत है तो सरकार ने जो कट ,कट का जो कल्चर बनाया है, सिंडिकेट के हवाले बंगाल कर दिया है। उसी के करण ये माहौल बिगड़ता गया है।