वाराणसी। कुंडली मांगलिक है तो शादी हो पाएगी या नही और होगी तो कब तक होगी और शादीशुदा जीवन कैसा रहेगा आइए जानते हैं सब कुछ। कुंडली का सातवां भाव शादी का है और जब मंगल कुंडली के पहले, चौथे, सातवे, आठवें, बारहवे भाव में हो तब कुंडली मांगलिक बन जाती है अब कुंडली इस तरह से मांगलिक है और मंगल कुंडली में पूरी तरह से अशुभ भावो जैसे छठे, आठवें, बारहवें भाव का स्वामी बनकर सातवे भाव और सातवे भाव स्वामी दोनो को देख रहा है या पीड़ित कर रहा है और सातवे भाव स्वामी कुंडली के छठे, आठवें या बारहवें भाव में है तब शादी होने में बहुत दिक्कत है और शादी भी न हो यह भी संभव है जो की कुंडली विश्लेषण करके ही ज्यादा सटीक ऐसी स्थिति में पता चलेगा शादी होगी या नहीं अब आगे अगर मंगल कुंडली में शुभ स्थिति में है तब कुंडली मांगलिक है तब कोई समस्या वाली बात नही है ज्यादा कोई खास मांगलिक का नकारात्मक प्रभाव नहीं होगा।
अब कुछ उदाहरणों से समझते है किस तरह की कुंडली मांगलिक है और किस तरह की दिक्कत है या आ सकती है और आयेगी भी या नही और कब तक शादी हो जायेगी और कब तक शादी करना सही है, मांगलिक होने पर कुछ उदाहरणों से समझते है।
उदाहरण अनुसार कन्या लग्न 1: कन्या लग्न में मंगल अष्टम और तृतीय भाव स्वामी होकर सबसे ज्यादा मारक और अशुभ फलदाई ग्रह होता है अब मंगल इस लग्न में मांगलिक योग बनाकर बैठा हो और मंगल की दृष्टि सातवे भाव सहित सातवे भाव के स्वामी गुरु पर भी है और सातवे भाव पर शुभ ग्रहों का प्रभाव नहीं है तब शादी शुदा जीवन में भी बहुत लड़ाई झगडे रहेगी वैवाहिक जीवन कष्टकारी रहकर दुखी रहेगा/शादी होने में भी परेशानी बहुत रहेगी जो की कुंडली देखकर ही पता चलेगा परेशानी किस स्तर तक की रहेगी और कब तक शादी होगी।
उदाहरण अनुसार कर्क लग्न 2 : कर्क लग्न में मंगल योगकारक ग्रह होकर परम शुभ होता है अब मंगल की स्थिति शुभ है तब मांगलिक होने पर कोई दिक्कत नही आयेगी, हा यदि मंगल की स्थिति अच्छी नहीं है मंगल सातवे भाव और सातवे भाव स्वामी शनि दोनो को कुछ अशुभ होकर पीड़ित कर रहा है तब वैवाहिक जीवन में दिक्कत रहेगी और विवाह होने में परेशानी/बाधा बनी रहेगी। अब कब तक विवाह होगा मांगलिक होने पर यह कुंडली में विवाह योग का समय देखकर ही पता चलेगा।
उदाहरण अनुसार कुंभ लग्न 3 : कुंभ लग्न में मंगल कुंभ लग्न अनुसार न तो मंगल शुभ होता है और न अशुभ, अब कुंडली मांगलिक है कुंभ लग्न में तब यहां मंगल की स्थिति पर निर्भर करेगा मंगल का प्रभाव वैवाहिक जीवन और विवाह होने पर कैसा रहेगा जो की कुंडली देखकर ही पता चल पाएगा।
ज्योतिर्विद रत्न वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 99938 74848
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