World Cancer Day : विश्व कैंसर दिवस क्यों मनाया जाता है, जाने सबकुछ

नयी दिल्ली : हर वर्ष पूरे विश्व में 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) मनाया जाता है। कैंसर से बचाव एवं उसके प्रति जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से विश्व कैंसर दिवस मनाने की शुरुआत सन 1933 में हुई थी।
इस साल भी विश्व कैंसर दिवस की थीम है “मैं हूँ और मैं रहूंगा” (“I am and I will”) ये थीम साल 2019 से 2021 तक यानि तीन साल के लिए रखी गयी है जो इस साल भी कायम है। पहला विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) वर्ष 1993 में जिनेवा, स्विट्रजलैंड (Switzerland) में यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (UICC) के द्वारा मनाया गया था। आज विश्व के हर कोने में कैंसर से ग्रसित मरीज हैं।

क्यों मनाते है विश्व कैंसर दिवस?

कैंसर के खतरों से आम लोगों को जागरूक करने और इसके लक्षण और बचाव के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। आज भी बहुत से लोग यही समझते हैं कि यह बीमारी छूने से फैलती है, जिसके चलते लोग कैंसर के मरीजों से दूरी बनाए रखते हैं। कैंसर के संबंध में फैली गलत धारणाओं को कम करने और कैंसर मरीजों को उत्साहित करने के लिए इस दिन को मनाया जाता है। इसके लिए सरकारी और गैर-सरकारी संघठन विश्व भर में कैंप, सभा और सेमीनार का आयोजन करते हैं।

विश्व कैंसर दिवस का इतिहास

विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) की स्थापना यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (UICC) के द्वारा वर्ष 1993 में की गई थी और सबसे पहले विश्व कैंसर दिवस जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में UICC के द्वारा मनाया गया था। हालांकि कुछ अन्य प्रमुख कैंसर सोसाइटी, ट्रीटमेंट सेंटर, पेशेंट ग्रुप और रिसर्च इंस्टिट्यूट ने भी इसको आयोजित करने में मदद की थी। जानकारी के अनुसार उस समय लगभग 12.7 मिलियन लोग कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे और हर साल तकरीबन 7 मिलियन लोगों की जान कैंसर की वजह से जा रही थी।

कैंसर होने के संभावित कारण

लम्बे समय तक तंबाकू, गुटखा का सेवन, सिगरेट, शराब पीना, लंबे समय तक रेडिएशन के संपर्क में रहना, आनुवंशिक दोष होना, शारीरिक निष्क्रियता, खराब पोषण एवं कभी-कभी मोटापा भी कैंसर होने की वजह बन सकता है।

अनेकों प्रकार के होते है कैंसर

कैंसर कई तरह के होते हैं, लेकिन जो केस सबसे ज्यादा सामने आते हैं उनमें स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, पेट का कैंसर, ब्लड कैंसर, गले का कैंसर, गर्भाशय का कैंसर, अंडाशय का कैंसर, प्रोस्टेट (पौरुष ग्रंथि) कैंसर, मस्तिष्क का कैंसर, लिवर (यकृत) कैंसर, बोन कैंसर, मुंह का कैंसर और फेफड़ों का कैंसर शामिल है।

कैंसर के संभावित लक्षण

शरीर के किसी हिस्से में गांठ का महसूस होना, खाना, पानी निगलने में कठिनाई होना, पेट में लगातार दर्द बने रहना, घाव का ठीक न होना, त्वचा पर निशान पड़ जाना, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना, कफ और सीने में दर्द होना, थकान और कमजोरी महसूस होना, निप्पल में बदलाव होना, शरीर का वजन अचानक से कम या ज्यादा होना इत्यादि।

 

 

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