कोलकाता। उत्तर 24 परगना के अड़ियादह में मां और बेटे की पिटाई के मामले में मुख्य आरोपित जयंत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गुरुवार को पुलिस ने इसकी पुष्टि की है। गुप्त सूचना के आधार पर बेलघरिया पुलिस ने डनलप के इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टिट्यूट (आईएसआई) के पास से जयंत को गिरफ्तार किया।
इस मामले में जयंत सहित अब तक कुल नौ गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। रविवार को अड़ियादह में दो युवकों के निजी झगड़े में स्थानीय बाहुबली जयंत सिंह ने हस्तक्षेप किया था।
आरोप है कि जयंत और उसके साथियों ने सायनदीप पांजा और उनकी मां बुबुन पांजा को सड़क पर गिराकर हॉकी स्टिक, लाठी और ईंटों से पीटा था। पहले इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया गया और बुधवार को जयंत के करीबी साथी सैकत मन्ना उर्फ जंघा को भी गिरफ्तार किया गया लेकिन जयंत अब तक फरार था।
जयंत के खिलाफ पहले भी कई अपराधों में शामिल होने के आरोप लगे हैं। स्थानीय लोगों और विपक्षी दलों का कहना है कि जयंत कामारहाटी के तृणमूल विधायक मदन मित्रा का करीबी है। मदन और उनके परिवार के सदस्यों के साथ जयंत की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी हैं।
जयंत को लेकर मदन और दमदम के तृणमूल सांसद सौगत रॉय के बीच विवाद भी शुरू हो गया है। सौगत ने जयंत को ‘समाजविरोधी’ कहा, जबकि बुधवार को मदन ने सौगत के साथ जयंत की एक तस्वीर सार्वजनिक की थी।
विपक्षी दलों ने पहले ही जयंत के सिर पर तृणमूल नेताओं का हाथ होने का आरोप लगाया था। गुरुवार को जयंत की गिरफ्तारी की खबर आते ही विपक्षी दलों ने अपने आरोपों को और तेज किया।
भाजपा, कांग्रेस, और सीपीएम ने राज्य की तृणमूल सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य में समाजविरोधी ही पुलिस-प्रशासन को चला रहे हैं और इन्हें राजनीतिक नेताओं का संरक्षण मिल रहा है। तृणमूल के प्रवक्ता शांतनु सेन ने हालांकि इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “ममता बनर्जी का प्रशासन ही है जो बिना पार्टी का रंग देखे आरोपितों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करता है।”
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