।।गजल।।
ऊषा जैन ‘उर्वशी‘
गम का तूफान भर गया मौसम
दिल को मायूस कर गया मौसम।
जिंदगी ले रही है अंगड़ाई
देके उनकी खबर गया मौसम।
फिर वो बारिश वो नाव कागज की
लेके बचपन उतर गया मौसम।
फूल भंवरे लगे सभी गाने
जब चमन में बिखर गया मौसम।
हमसे होता न अब सफर क्यों कि
धूप देकर गुजर गया मौसम।
कह्र वो ले के आंधियाँ आई
एक लम्हा सिहर गया मौसम।
‘उर्वशी’ जीस्त हो गई सुंदर
जब से दिल में ठहर गया मौसम।
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