कोलकाता अवसाद के कारण कई बार लोग खुदकुशी की राह चुन लेते हैं। ऐसे में महानगरवासियों को विभिन्न तरह के अवसाद से मुक्ति दिलाने के लिए कोलकाता पुलिस ने सहायता का हाथ बढ़ाया है। पुलिस की ओर से जल्द ही एक विशेष हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा।कोलकाता पुलिस की ओर से जारी की जाने वाली हेल्पलाइन नंबर पर फोन करते ही कोलकाता पुलिस लोगों से संपर्क करेगी। फोन नंबर चालू होते ही सभी थानाओं को इसकी जानकारी दी जाएगी। अगर कोई व्यक्ति फोन करता तो थाना को उन्हें आगे की कार्रवाई के लिए मदद करेगा। जरूरत पड़ने पर मानसिक अवसाद से ग्रस्त लोगों की काउंसिलिंग के लिए पुलिस द्वारा मनोवैज्ञानिकों से मदद ली जाएगी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार बीते कुछ साल में महानगर में घटी अधिकतर खुदकुशी की घटनाओं का मुख्य कारण मानसिक अवसाद था। इसे लेकर लालाबाजार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शहर के कई स्वंयंसेवी संगठनों की बातचीत भी हुई है। लालबाजार सूत्रों के अनुसार वर्ष 2009 में कोलकाता पुलिस क्षेत्र में 300 लोगों ने खुदकुशी की थी।
वहीं वर्ष 2020 के मार्च महीने में लॉकडाउन चालू होने के बाद से ही खुदकुशी की घटनाएं बढ़ने लगी थी। अप्रैल से नवंबर महीने के दौरान कोलकाता पुलिस के अंतर्गत आने वाले इलाकों में करीब 450 लोगों ने खुदकुशी की है। वहीं दिसंबर महीने और 2021 के 10 जनवरी तक करीब 30 लोगों ने खुदकुशी की है। आर्थिक तंगी हो या रिश्ते में कड़वाहट आना, इन सभी कारणों से लोग मानसिक अवसाद से ग्रस्त हो जाते हैं।ऐसे में यह अवसाद समय पर ठीक नहीं होने से भयावह रूप ले लेता है और एक समय ऐसा था है कि मनुष्य अपने जीवन खत्म करना चाहता है। इस तरह की डिप्रेशन के कारण ही लोग जीवन जीने के जगह खुदकुशी को चुन रहे हैं।
यहां उल्लेखनीय है कि बॉलीवुड अभिनेता सुसांत सिंह राजपूत की मौत के बाद कोलकाता पुलिस ने सोशल मीडिया पर लोगों को मानसिक अवसाद के प्रति जागरुक किया था। पुलिस ने लोगों से अनुरोध किया था कि अगर उन्हें कोई दिक्कत या अवसाद है तो वै पुलिस को फोन कर अपनी बात या भावनाओं को प्रकट कर सकते हैं। अब पुलिस ने अपने अभियान को आगे ले जाने का फैसला लिया है।