डीपी सिंह की रचनाएं
कुण्डलिया दे दो सत्तर साल तक, आरक्षण की भीख या संरक्षण में उन्हें, बीस बरस
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राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना का शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन 5 सितंबर को, 8 राज्यो से 40 श्रेष्ठ शिक्षक सम्मान हेतु चयनित
निप्र, उज्जैन : राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के 11वें शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन 5 सितम्बर
अमृता प्रीतम का लेखन : मानवीय संवेदनाओं का शंखनाद
डॉ. विकास कुमार साव। किसी भी रचनाकार का व्यक्तित्व, लेखनी, रचनाएं देश-काल की सीमाओं का
पारो शैवलिनी की कविता : रोटी की तलाश
रोटी की तलाश संसद अंधेरी गुफा बन गई है जहाँ से रोटी के लिए लगने
डीपी सिंह की रचनाएं
पहचान कौन… मफलर, चप्पल और इक, नीली वैगन-आर बारह चेहरे पर बजे, पहने शर्ट उधार
राष्ट्रीय कवि संगम पश्चिम बंगाल की श्री राम काव्य पाठ राष्ट्रीय प्रतियोगिता के द्वितीय अभ्यास सत्र का ऑनलाइन आयोजन सम्पन्न
निप्र, कोलकाता : राष्ट्रीय कवि संगम पश्चिम बंगाल की हुगली ज़िला इकाई द्वारा श्री राम
तिरंगा काव्य मंच का 17वाँ मासिक ऑनलाइन कवि सम्मेलन एवं मुशायरा भव्य अंदाज में सम्पन्न
निप्र, कोलकाता : तिरंगा काव्य मंच का 17 वां कवि सम्मेलन एवं मुशायरा नव साहित्य
श्रीकृष्ण ने हमें मानव-मानव में भेद करना नहीं सिखाया : डॉ. पाल
निप्र, उज्जैन : राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण-भारतीय साहित्य संस्कृति के
“नव सृजन : एक सोच” साहित्यिक समूह द्वारा परिचर्चा का आयोजन
Kolkata, नव सृजन : एक सोच, साहित्यिक समूह द्वारा वरिष्ठ उपन्यासकार विनय सक्सेना जी के
रीमा पांडेय की कविता : करुण पुकार
करुण पुकार ********** हे कृष्ण! चले आओ, हे कृष्ण! चले आओ आँखें मेरी रोती है,