नारी बचपन से ही सशक्त होती है आवश्यकता अपनी क्षमताओ को पहचानने की है- डॉ. जोशी
भिलाई : स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको भिलाई के हिन्दी विभाग तथा राष्ट्रीय शिक्षक
गोपाल नेवार ‘गणेश’ सलुवा की रचनाएं
चंद शेर “बुद्धिजीवी” पढ़े-लिखे किनारा कर गए सारे राजनीति से चोर, डकैत बन रहे है नेता
श्याम कुमार राई ‘सलुवावाला’ की लघुकथा : मुआवजा
श्याम कुमार राई ‘सलुवावाला’ : बीती रात शहर के सड़क में हुए गड्ढों की वजह
डीपी सिंह की रचनाएं
सामयिकी देश जलाने वालों से तो त्रस्त हुई अब जनता है आज यहाँ कल वहाँ,
डीपी सिंह की रचनाएं
कुण्डलियाँ फ़सलें बो कर द्वेष की, रहे रक्त से सींच खालें ओढ़ किसान की, बैठे
शंकर दास की कविता- जल : मेरी पुकार सुनो
जल : मेरी पुकार सुनो मुझे व्यर्थ ना करो हम से ही जीवन संसार है,
डीपी सिंह की रचनाएं
कुण्डलिया कांग्रेस पर है “राहु” की, वक्री दशा विशेष “सिंह” राशि में कर गये, “गुरु”
गोपाल नेवार ‘गणेश’ सलुवा की कविता- उम्र ने बूढ़ा बना दिया
उम्र ने बुढ़़ा बना दिया बीते दिनों की देखकर तस्वीर को विश्वास नहीं हो रहा
हिन्दी साहित्य परिषद, के तत्वावधान में “नव दुर्गा शब्दांजलि” महाकाव्योजन सम्पन्न
Kolkata: हिन्दी साहित्य परिषद द्वारा कल शाम 4 बजे ऑनलाइन गूगल मीट के माध्यम से
रजनी मूंधड़ा की कविता “दुर्गा पूजा मत करो”
“दुर्गा पूजा मत करो” ये आह्वान ये शंख ध्वनि पुष्पांजलि मंत्र, पूजा, अर्चन, वंदन, ये