कोलकाता। इंडिया जेकेएफ गोजुकाई/ताकुजी-केनबुकन एसोसिएशन (जर्मन कराटे के सदस्य-डू फेडरेशन (जीकेएफ), जापान कराटे-डू फेडरेशन, कराटे इंडिया ऑर्गनाइजेशन (केआईओ) और कराटे-डू एसोसिएशन ऑफ बंगाल (केएबी) के तत्वावधान में हाल में कोलकाता के ज्यूइश गर्ल्स स्कूल में दो दिवसीय 9वें इंटर स्कूल/कॉलेज कराटे-डू टूर्नामेंट ‘जेनिथ 2022’ का आयोजन किया गया। टूर्नामेंट के आयोजक और मुख्य रेफरी सें सेन्सेई दीपक कुमार शॉ थे। टूर्नामेंट में 12 स्कूल और कॉलेजों के 182 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
इनमें कलकत्ता गर्ल्स हाई स्कूल, कलकत्ता बॉयज़ स्कूल, प्रैट मेमोरियल स्कूल और यहूदी गर्ल्स स्कूल और अन्य शामिल थे। टूर्नामेंट में ओवरऑल चैंपियन कलकत्ता बॉयज स्कूल घोषित किया गया। दो दिवसीय टूर्नामेंट के दौरान कुल 52 कैटेगरी में प्रतियोगिता हुई। इनमें काटा (फॉर्म्स), कुमाइट (फाइट), टीम काटा और किहोन्स (शुरुआती लोगों के लिए बेसिक्स) शामिल थे। टीम इवेंट्स में ओवरऑल चैंपियन कलकत्ता बॉयज स्कूल रहा, जबकि पहला रनर कलकत्ता गर्ल्स हाई स्कूल और दूसरा उपविजेता प्रैट मेमोरियल स्कूल रहा।
टीम काटा (पुरुष) में चैंपियन कलकत्ता बॉयज़ स्कूल रहा, जबकि उपविजेता लक्ष्मीपत सिंघानिया अकादमी रहा। वहीं, टीम काटा (महिला) चैंपियन कलकत्ता गर्ल्स हाई स्कूल रहा और उपविजेता ज्यूइश गर्ल्स स्कूल रहा। स्कूलों में व्यक्तिगत पुरस्कारों की श्रृंखला में सर्वश्रेष्ठ परफॉर्मर (पुरुष) सम्राट मुखर्जी, सी.बी स्कूल और बेस्ट परफॉर्मर (महिला) लावण्या दुगड़, एपीजे स्कूल रहे।
इस अवसर पर टूर्नामेंट के आयोजक व मुख्य रेफरीसेंसेई दीपक कुमार शॉ ने कहा, “हमारा एसोसिएशन पिछले 9 वर्षों से इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। अगले साल हम 10वीं वार्षिकी समारोह का पालन करेंगे। महामारी के कारण छात्रों के प्रशिक्षण में अंतराल की वजह से इस वर्ष इस आयोजन को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है. इसके लिए मैं सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं, खासकर माता-पिता को, जिन्होंने अपने बच्चों को इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
महिला श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ परफार्मर लावण्या दुगड़ ने कहा, “मैं इस अवसर पर अपने शिक्षक सेन्सेई दीपक कुमार शॉ को धन्यवाद देना चाहूंगी, जो पिछले 9 वर्षों से मेरे साथ हैं। जेनिथ अब तक हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग रहा है। मैं अगले साल और अधिक उत्साह से इसमें भाग लेने के लिए उत्सुक हूं।
राज्य स्तरीय रजत पदक विजेता दिव्यांशु सिंह ने कहा, “हमारे सेंसेई ने हमें हमेशा महामारी के दौरान ऑनलाइन सत्र में सर्वश्रेष्ठ कोचों के साथ प्रशिक्षिण प्राप्त करने का अवसर दिया। इसने न केवल हमें प्रेरित किया है, बल्कि वास्तविक जीवन में भी हमें एक लड़ाकू बनने के लिए में मदद दी। हम अगले साल जेनिथ के 10वें संस्करण को लेकर काफी उत्साहित हैं।