मालदा। मालदा-आईसीडीएस सहायिकाओं का 9 वां जिला सम्मेलन रविवार को आयोजित किया गया। सम्मेलन में जिले सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से सहायिकाओं ने शिरकत की। राज्य और केंद्र सरकारों द्वारा उन्हें वंचित किया जाना जारी है। न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपये नहीं किया जा रहा है। कोतवाली में आयोजित सम्मेलन में संगठन के प्रदेश सचिव शीला मंडल मौजूद थी। उन्होंने कहा, ‘हम सीटू के तहत अपने अधिकारों के लिए आंदोलन जारी रखे हुए हैं।’
लगातार 5 साल काम करने के बाद मान्यता प्रदान, वेतन में सुधार होना चाहिए, न्यूनतम वेतन 26 हजार रुपये करने सहित कई मांगों को उठाया गया। लेकिन केंद्र व राज्य दोनों सरकारों की खींचतान में फंसी हुई हैं लेकिन हम भी सही पैसा पाने के लिए आंदोलन जारी रखेंगे।
दासपाड़ा आब्रिति परिषद ने वसंत उत्सव मनाया
उत्तर दिनाजपुरः चोपड़ा थाने के भारत-बांग्लादेश सीमा के सुदूरवर्ती दासपाड़ा आब्रिति परिषद ने वसंत-पूर्व उत्सव आयोजित कर सीमा के सुदूर इलाकों में बंगाली संस्कृति व सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल कायम की। संगठन यह दूसरे वर्ष पूर्व-वसंत उत्सव मना रही है। परिषद के सूत्रों के अनुसार दासपाड़ा सांस्कृतिक मंच और दासपाड़ा शांति रक्षा समिति के साथ-साथ दासपाड़ा के प्रमुख समाजसेवियों अमूल्या साहा ने दीप प्रज्वलित कर वसंत पूर्व उत्सव की शुरुआत की।
साथ ही इस दिन दासपाड़ा आब्रिति परिषद की संस्थापक शिक्षिका रिंकू साहा ने छात्रों और उनके अभिभावकों के साथ वसंतोत्सव को संस्कृति के रंगों से रंग दिया। स्थानीय प्रिया दास के रचनात्मक निर्देशन में शो को अनूठी सफलता मिली। मूल रूप से पिछले साल से बसंत उत्सव और सेब बरात एक ही दिन में हैं, सांप्रदायिक सद्भाव का संदेश देने के लिए यह प्री-बंसत उत्सव आयोजित किया गया है।