कोलकाता। बंगाल के छात्र नेता अनीस खान की मौत को लेकर राज्याभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच घटना से जुड़ी जांच के मामले में दो पुलिसकर्मियों और एक नागरिक स्वयंसेवक को मंगलवार को निलंबित कर दिया गया। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मद्देनजर पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से विशेष जांच दल (एसआइटी) के गठन के एक दिन बाद ही इन तीनों कर्मियों को निलंबित कर दिया गया। इस मामले को लेकर पूरे राज्य में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुआ है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आमता थाने के एक सहायक उप-निरीक्षक, एक सिपाही और एक नागरिक स्वयंसेवक को निलंबित कर दिया गया है। इसका सम्बन्ध अनीश खान मामले में चल रही जांच से है। छात्र नेता अनीस खान की हत्या में जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआइटी) अमता थाने पहुंचा। बीते सप्ताहांत छात्र नेता का शव खून से लथपथ इमारत के नीचले तल पर मिला था। राज्य के अपराध जांच विभाग (सीआइडी) के उप महानिरिक्षक मिराज खालिद अन्य अधिकारियों के साथ पहुंचकर वहां के पुलिसकर्मियों से जानकारी प्राप्त की है।
वहीं एसआइटी को दो सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। मुख्यमंत्री के निर्दशों के तहत एसआइटी का नेतृत्व एडीजी,सीआइडी, ज्ञानवंत सिंह करेंगे। वहीं इस जांच पर मुख्यसचिव और पुलिस महानिदेशक नजर बनाए रखेंगे। इस मामले में अबतक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। शिकायत के अनुसार, शनिवार तड़के सुबह चार अज्ञात लोगों ने खान के दो मंजिला घर में घुसकर उसकी हत्या कर दी थी।