26 फरवरी : आज का राशिफल व पंचांग जानें, पं. मनोज कृष्ण शास्त्री से

।।आज का राशिफल एवं पंचांग।।
26 फरवरी 2022 शनिवार

मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन उदासीनता से भरा रहेगा। सेहत आज भी हल्की रहने से शारीरिक एवं मानसिक कमजोरी रहेगी। किसी का स्नेह सहयोग भी बुरा लगेगा लेकिन बेमन से ही सही व्यवहारिकता में कमी ना आने दे अन्यथा सम्बंधो में खटास आने पर वापस जोड़ना मुश्किल होगा। कार्य व्यवसाय में आज सहकर्मी अथवा कर्मचारियों के भरोसे रहना पड़ेगा। कार्य स्थल पर चोरी अथवा अन्य किसी कारण से नुकसान हो सकता है। धन को लेकर मध्यान बाद परेशानी होगी कही से मिलने वाली रकम में व्यवधान आने से आगे के कार्य प्रभावित होंगे। परिजन हर प्रकार से सहयोग करेंगे।

वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन सफलता दायक रहेगा फिर भी स्वभाव में गंभीरता लाना आवश्यक है अन्यथा लोग आपकी बातों को हल्के में लेंगे। कार्य व्यवसाय में पुरानी योजनाए आज फलीभूत होकर धन लाभ के साथ समाज मे वर्चस्व बढ़ाएंगी। सामाजिक क्षेत्र पर आज आपकी छवि प्रतिष्ठित जैसी बनेगी। व्यवसायियों की आर्थिक विषयो को लेकर कहा सुनी हो सकती है विवेकी व्यवहार रखें अन्यथा दुविधा में पड़ सकते है। नौकरी पेशाओ के लिये दिन ज्यादा शुभ रहेगा काम की अपेक्षा सम्मान अधिक मिलेगा। संध्या बाद का समय आनंद मनोरंजन में बिताना पसंद करेंगे। परिजनों से स्नेह स्वार्थ पूर्ति तक ही सीमित रहेगा। सेहत में आज सुधार अनुभव करेंगे।

मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज आप पूर्व में की गई गलतियों से सीख लेंगे भविष्य में ऐसा न यही इसका विचार भी करंगे परन्तु फिर भी कोई प्रसंग अचानक बनने से फिर वही गलती दोहराएंगे लेकिन आज परिश्रम और मीठे व्यवहार के बल पर इस पर पर्दा भी डाल देंगे। कार्य व्यवसाय से मेहनत के बाद भी मन इच्छित सफलता नही मिलने का खेद रहेगा लेकिन हतोत्साहित ना हों संध्या बाद से स्थित आपके पक्ष में आने लगेगी शुभ समाचार मिलने से उत्साह बढ़ेगा। आर्थिक अथवा अन्य पारिवारिक मामलों को लेकर घर मे खींच-तान होगी व्यर्थ के विवादों से दूर रहें। स्वास्थ्य कुछ समय के लिये खराब होगा।

कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आपको अवश्य की कुछ ना कुछ यादगार पल देगा। व्यवसाइयों को व्यापार से धन की आमद रुक रुक कर होती रहेगी लेकिन आर्थिक मामलों में आज किसी भी प्रकार की जोर-जबरदस्ती ना करें अन्यथा संबंध खराब होने से भविष्य में कठिनाई आएगी। आज आपकी सोची सभी योजनाए पूर्ण होने में संदेह रहेगा लेकिन जितने कार्य पूर्ण होंगे उनसे संतोषजनक लाभ अर्जित कर लेंगे अति आवश्यक कार्य को प्राथमिकता दें आज जैसी सुविधा कल नही मिलेगी। आज आप परिजन एवं मित्र रिश्तेदारों की भावनाओ को समझेंगे फिर भी किसी कार्य अथवा इच्छा पूर्ति में विलंब होने पर नाराजगी देखनी पड़ेगी।

सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आपके स्वभाव में आलस्य और लापरवाही दोनो रहने के कारण आस-पास के लोगो को असुविधा होगी। आपके मुह पर लोग स्वार्थ वश मीठा व्यवहार करेंगे लेकिन पीछे से जो गलती आपने नही की उसका भी दोष लगाएंगे फिर भी आप इन सबसे बेपरवाह होकर अपने मे मस्त रहेंगे। कार्य व्यवसाय को लेकर मानसिक चिंता रहेगी परन्तु साधनों की कमी के चलते मन मारकर रहना पड़ेगा। नौकरी वाले जातक अधिकारियों के कोप भाजन बन सकते है। महिलाये बड़-बोलेपन के कारण स्वयं की कलह को निमंत्रण देंगे। सर दर्द को छोड़ स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

कन्या : (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आपके लिये आज का दिन धन लाभ वाला रहेगा। आज दिन के पूर्वार्ध में आप जो भी योजना बनाएंगे उसे मध्यान पश्चात तक पूर्ण कर लेंगे लेकिन आज धन संबंधित लाभ पाने के लिये किसी की सहायता की आवश्यकता भी पड़ेगी इसलिये स्वभाव में नरमी रखें। मध्यान के बाद व्यवसायिक यात्रा अथवा पर्यटन की योजना बनेगी लेकिन आज व्यस्तता अधिक रहने पर सम्भव नही हो सकेगा। पारिवारिक जीवन आनदमय रहेगा परिजन आवश्यक सामग्री की सारणी बना कर कुछ समय के लिये दुविधा में डालेंगे। घर मे अथवा कार्य क्षेत्र पर धन को लेकर किसी से विवाद हो सकता है। सेहत उत्तम रहेगी।

तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज प्रातः काल के समय आपकी सेहत में नरमी रह सकती है फिर भी लापरवाहि करेंगे जिससे तबियत ज्यादा खराब हो सकती है। कार्य व्यवसाय से आज आशानुकूल परिणाम नही मिलेंगे भागदौड़ अधिक करनी पड़ेगी आर्थिक रूप से दिन उलझनों वाला रहेगा। किसी को उधार दिया धन समय से ना मिलने पर असुविधा होगी बहस भी हो सकती है। नौकरी करने वालो को जबरदस्ती दौड़ धूप करनी पड़ेगी। परिवार का वातावरण भी रोग ग्रस्त रहेगा स्त्री वर्ग की सेहत खराब रहने से काम-काज अस्त व्यस्त रहेंगे। भाई बंधु भी स्वार्थी साधने के लिये व्यवहार करेंगे। मानसिक रूप से संतोषी रहेंगे फिर भी धैर्य से दिन व्यतीत करें।

वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन दोपहर तक परिस्थिति आपके अनुकूल बनी रहेगी लेकिन आलस्य और मौज शौक की प्रवृत्ति भी रहने के कारण समय का पूर्ण लाभ नही उठा पाएंगे। आज आप जिस भी कार्य को आरम्भ करेंगे उसमे सफलता निश्चित मिलेगी। धन प्राप्ति की कामना दिन के आरंभ से ही लगी रहेगी लेकिन इसके अनुसार कर्म एवं सहयोग ना मिलने के कारण कुछ ना कुछ कमी अनुभव करेंगे। नौकरी पेशा आज काम मे ढील देंगे इससे बाद में परेशानी होगी। पारिवारिक वातावरण शांत रहेगा। घर के सभी सदस्य अपनी धुन में मस्त रहेंगे महिलाओ को छोड़ अन्य जल्दी कोई काम करने के लिए तैयार नही होंगे।

धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज दोपहर तक परिस्थिति हानिकारक बन रही है घर एवं बाहर विवेक से काम लें अन्यथा जहां से लाभ की उम्मीद लगाए बैठे है वहाँ से अकस्मात निराश होना पड़ेगा। आज आप जल्दी से परिश्रम करने के लिए तत्पर नही होंगे इसके विपरीत मौज-शौक के लिए हर समय तैयार मिलेंगे। कार्य क्षेत्र पर सहकर्मी आपकी अनदेखी से बिगड़ सकते है अपने हित के लिए अन्य को परेशान ना करें अन्यथा अकेले रह जाएंगे। धन लाभ संध्या के समय आवश्यकता से कम होगा परिवार की महिलाओं अथवा बुजुर्ग से अनजाने में हानि हो सकती है क्रोध ना करें। परिजन अथवा स्वयं के स्वास्थ्य में गिरावट अनुभव होगी।

मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज भी परिस्थिति आपके लिए सहायक बन रही है। दिन के आरम्भ से लेकर अंत तक आपकी दिनचार्य अन्य दिनों से अलग रहेगी। दिन भर शारीरिक व मानसिक रूप से चुस्त रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज नए प्रयोगों में रूचि दिखाएंगे। नियमित के अलावा अनैतिक मार्ग से भी धन लाभ होगा। आज घर एवं बाहर क्लेश मुक्त वातावरण बनने से राहत मिलेगी। मन मे यात्रा पर्यटन के विचार बनेंगे लेकिन पारिवारिक जिम्मेदारी के कारण निरस्त ही करनी पड़ेगी। महिला मित्र से मधुर मुलाकात होगी। संध्या के समय मित्र-परिजनों के साथ मनोरंजन के अवसर मिलेंगे। उत्तम भोजन वाहन सुख मिलेगा।

कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन कार्यसिद्धि वाला है समय का लाभ उठाएं अधिकारी वर्ग आज आपकी हर संभव सहायता करेंगे सरकारी अथवा ने कागजी कार्य करने में देरी ना करें अन्यथा लंबित रह सकते है। आर्थिक मामले देखभाल कर ही करें धन की आमद देखकर जल्दबाजी में लिया निर्णय भविष्य में कष्ट देगा। पारिवारिक सदस्य अथवा मित्र, रिश्तेदारों को आर्थिक मदद ना चाह कर भी करनी पड़ेगी इससे घर का बजट प्रभावित होगा। महिलाये घर के कार्यो से ऊबन अनुभव करेंगी धीमी गति से कार्य करने पर अव्यवस्था फैलेगी। स्वास्थ्य आज सामान्य ही रहेगा।

मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन शुभ कर्मों में व्यतीत करेंगे दिन के पूर्वार्ध में घर मे धार्मिक कृत्यों का आयोजन होगा धार्मिक क्षेत्रो की यात्रा के प्रसंग भी उपस्थित होंगे धन पुण्य पर खर्च करेंगे। कार्य व्यवसाय में मध्यान तक का समय अनदेखी के कारण मंदा जाएगा इसके बाद रात्रि तक कही ना कहि से आर्थिक लाभ होगा। स्वभाव में आज थोड़ी कृपणता भी रहने से परिजनों से मन मुटाव होगा। नौकरी वाले लोग कार्यो को जल्दबाजी में करेंगे जिससे थोड़ी बहुत त्रुटि हो सकती है। संध्या बाद का समय दिन की अपेक्षा राहत वाला रहेगा थकान रहने पर भी मनोरंजन के अवसर नही चूकेंगे।

।।आज का पंचांग।।

दिनांक – 26 फरवरी 2022
दिन – शनिवार
विक्रम संवत – 2078
शक संवत -1943
अयन – उत्तरायण
ऋतु – वसंत ऋतु
मास – फाल्गुन (गुजरात एवं महाराष्ट्र के अनुसार- माघ)
पक्ष – कृष्ण
तिथि – दशमी सुबह 10:39 तक तत्पश्चात एकादशी
नक्षत्र – मूल सुबह 10:32 तक तत्पश्चात पूर्वाषाढा
योग – सिद्धि रात्रि 08:52 तक तत्पश्चात वयतीपात
राहुकाल – सुबह 09:57 से सुबह 11:24 तक
सूर्योदय – 07:02
सूर्यास्त – 18:40
दिशाशूल – पूर्व दिशा में
व्रत पर्व विवरण – विजया एकादशी, (स्मार्त), स्वामी दयानंद सरस्वती जयंती (ति.अ.)
एकादशी के दिन करने योग्य
26 फरवरी 2022 शनिवार को सुबह 10:40 से 27 फरवरी, रविवार को सुबह 08:12 तक एकादशी है।

विशेष – 27 फरवरी, रविवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखें।

एकादशी को दिया जला के विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें… विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो 10 माला गुरुमंत्र का जप कर लें। अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे।

एकादशी के दिन ये सावधानी रहे : महीने में 15-15 दिन में एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के दिन जो चावल खाता है… तो एक-एक चावल एक-एक कीड़ा खाने का पाप लगता है…

त्रिस्पृशा का महायोग : हजार एकादशियों का फल देनेवाला व्रत
27 फरवरी 2022 रविवार को त्रिस्पृशा-विजया एकादशी है ।
एक ‘त्रिस्पृशा एकादशी’ के उपवास से एक हजार एकादशी व्रतों का फल प्राप्त होता है । इस एकादशी को रात में जागरण करनेवाला भगवान विष्णु के स्वरूप में लीन हो जाता है।

जोतिर्विद वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
9993874848

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