नयी दिल्ली : देश में कोरोना के मामलों में शुक्रवार को 1,752 की वृद्धि हुई जो भारत में अब तक एक दिन में सामने आए सर्वाधिक मामले हैं। इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामलों की संख्या लगभग 23,452 हो गई। वहीं, सरकार ने कहा कि महामारी का प्रकोप नियंत्रण में है और यदि राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लागू न किया जाता तो संक्रमण के मामलों की संख्या अब तक एक लाख तक पहुंच चुकी होती। सरकारी अधिकारियों ने महामारी के ‘नियंत्रण में होने’ का श्रेय लॉकडाउन और मजबूत निगरानी नेटवर्क तथा विभिन्न नियंत्रण कदमों को दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को राष्ट्र के नाम संबोधन में लॉकडाउन की घोषणा की थी।
पीएम मोदी की पंचायत सदस्यों से बात
मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्राम प्रधानों और पंचायत सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना वायरस की महामारी ने देश को ‘आत्म-निर्भर होने और आत्म-सक्षम’ होने तथा समाधान के लिए विदेशों की ओर न देखने का का संदेश और सबक दिया है। उन्होंने भौतिक दूरी को सरल शब्दों में परिभाषित करने के ‘दो गज की दूरी’ के मंत्र की सराहना भी की।
प्रधानमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों से कहा, ‘आप सभी ने दुनिया को मंत्र दिया है- ‘दो गज की दूरी’ का, या कहें ‘दो गज देह की दूरी’ का मंत्र। इस मंत्र के पालन पर गांवों में बहुत ध्यान दिया जा रहा है।’ मोदी ने कहा, ‘अब यह देखना बहुत जरूरी हो गया है कि गांव अपनी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए कैसे आत्मनिर्भर बनें, जिला अपने स्तर पर, राज्य अपने स्तर पर, और इसी तरह पूरा देश कैसे आत्मनिर्भर बने?’
अब तक 23,452 मरीज, 723 की मौत
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शाम पांच बजे के अपने अपडेट में देश में कोरोना वायरस के पुष्ट मामलों की संख्या 23,452 और मृतकों की संख्या 723 बताई। मामलों में गुरुवार से लेकर 1,752 की वृद्धि हुई है जो एक दिन में सामने आए सर्वाधिक मामले हैं। इससे पहले 1,540 के आंकड़े के साथ 20 अप्रैल को एक दिन में सर्वाधिक मामले सामने आए थे। मंत्रालय के अनुसार कोविड-19 के मामलों की संख्या वर्तमान में 17,915 है क्योंकि 4,813 लोग ठीक हो चुके हैं और एक व्यक्ति देश से बाहर चला गया है। संक्रमण के कुल मामलों में से 77 मामले विदेशी नागरिकों से जुड़े हैं।