पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री, वाराणसी : मकर संक्रांति के दिन स्नान, दान, पुण्य, व्रत, सूर्य आराधना, पतंग उड़ना आदि कई कार्य किए जाते हैं। यहां पर ज्योतिष मान्यता अनुसार कुछ ऐसे कार्य बताए जा रहे हैं जिससे आपकी धन संबंधी समस्या का समाधान हो सकता है। आइए जानते हैं 14 सरल उपाय।
1. इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा और आराधना करने का बहुत महत्व है। इससे माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
2. काले तिल और गुड़ के लड्डू बनाकर खाने से जहां घर में सुख समृद्धि आती है, वहीं इसका दान करने से सूर्य-शनि दोनों की कृपा प्राप्त होती है।
3. संक्रांति के दिन काले तिल के लड्डू, नमक, गुड़, काले तिल, फल, खिचड़ी और हरी सब्जी का दान अतिशुभ माना गया है। इस दिन तिल गुड़ या रेवड़ी का दान किया जाता है। इस दिन गरीबों को या जरूरतमंदों को दान देने से पुण्य हजार गुना हो जाता है। इस दिन ऊनी कपडे, कम्बल , तिल और गुड़ से बने व्यंजन व खिचड़ी दान करने का से सूर्य नारायण एवं शनि की कृपा प्राप्त होती है। अपने सुख-सौभाग्य में वृद्धि के लिये मकर संक्रांति के दिन चौदह की संख्या में किसी भी एक चीज़ का सुहागिन औरतों को दान करना चाहिए।
4. मकर संक्रांति के दिन एक मुठ्ठी काले तिल लेकर परिवार के सभी सदस्यों के सिर पर 7 बार उसार कर घर के उत्तर दिशा में फेंक देने की भी मान्यता है, इससे अनायास होने वाली धनहानि में कमी आकर घर में धन की बरकत बनी रहती है।
5. संक्रांति की सुबह शुभ मुहूर्त में 14 स्वच्छ कौड़ियां लें। इन्हें केशर मिश्रित दूध से स्नान कराएं और गंगाजल से धोकर एक साफ प्लेट में रख लें। महालक्ष्मी के सामने 2 दीपक जलाएं एक शुद्ध घी का और दूसरा तिल के तेल का। तिल के तेल का दीपक बाएं तरफ रखें और घी का दाएं तरफ। कौड़ियां ॐ संक्रात्याय नम: का 14 बार मंत्र पढ़कर सिद्ध कीजिए। बाद में ठीक 12 बजे कौड़ियां उठा लीजिए और उन्हें अलग-अलग शुद्ध और बरकत के स्थान पर रख दीजिए। जैसे पर्स, अलमारी, देवस्थान, किचन, शैया के नीचे, काम करने की टेबल पर, भंडार घर में आदि। उसके बाद दीपक का स्थान बदल देना है यानी जो पहले दाएं तरफ था उसे बाएं तरफ रख दीजिए और जो बाएं तरफ था उसे दाएं तरफ रख दीजिए। अगर ज्योत कम हो रही हो तो फिर से जला लीजिए। तिल के तेल का दीपक शाम को दहलीज पर और घी का तुलसी चौरे पर लगा दीजिए। इससे घर में सुख, समृद्धि, धन, धान्य, लक्ष्मी कृपा बनी रहती है।
6. इस दिन विशेष तौर पर गायों को हरा चारा खिलाया जाता है। कहते हैं इससे चंद्र और शुक्र दोष दूर होता है और धन संबंधि समस्या का समाधान होकर बरकत बनी रहती है।
7. उत्तर भारत में इस दिन खिचड़ी का भोग लगाया जाता है और गुड़-तिल, रेवड़ी, गजक का प्रसाद भी बांटा जाता है। इससे घर में सुख, समृद्धि, धन, धान्य, लक्ष्मी कृपा बनी रहती है।
8. इस दिन सूर्य उत्तरायण होता है। इस दिन से दिन धीरे-धीरे बड़ा होने लगता है और रातें छोटी। इस दिन सूर्य को अर्घ्य देने और उनकी पूजा करने का महत्व है। इससे सभी तरह के कष्ट दूर हो जाते हैं और धन समृद्धि बढ़ती है।
9. माना जाता है कि इस दिन सूर्य अपने पुत्र शनिदेव से नाराजगी त्यागकर उनके घर गए थे इसलिए इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने से पुण्य हजार गुना हो जाता है। शनि की उपासना करने से शनिदोष दूर होता है और धन संबंधि समस्या का समाधान होता है।
10. घी का दान करना शुभ होता है। इस दिन घी का दान करने से मान-सम्मान, यश और भौतिक सुविधाओं की प्राप्ति होती है।
11. मकर संक्रांति के दिन पक्षियों को दाना खिलाना शुभ माना गया है। इससे धन समृद्धि और बरकत में लाभ होता है।
12. मकर संक्रांति पर गुड़ एवं कच्चे चावल बहते हुए जल में प्रवाहित करना शुभ रहता है।
13. संक्रांति के दिन सूर्य को तांबे के लोटे के जल भर कर उसमें कुंकुम, अक्षत, तिल तथा लाल रंग का फूल डालकर जल अर्पित करें। जल अर्पित करते समय ‘ऊँ घृणि सूर्याय नम:” मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से आपकी मनोकामना पूरी होगी।
14. इस दिन पितरो की शांति के लिए जल युक्त अपर्ण करें। पितरों को जल देते समय उसमें तिल का प्रयोग करें इससे घर-परिवार को आरोग्य, सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है।
जोतिर्विद वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
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