श्रीनगर। कश्मीर में श्रीनगर-जम्मू हाईवे पर मरम्मत कार्य के चलते ट्रकों में पड़े कई हजार टन सेब खराब हो रहे हैं। स्थानीय किसान और संघ के नेता इस स्थिति से नाराज हैं। कश्मीर के हाईवे पर चल रहे मरम्मत कार्य के चलते स्थानीय सेबों से लदे सैकड़ों ट्रक सड़कों पर फंस गए हैं। एक प्रमुख मजदूर संघ के मुखिया ने चेतावनी दी कि उनकी कृषि उपज सड़कों पर सड़ रही है। वहीं, इस मामले को लेकर विरोध भी शुरू हो गया है। कश्मीर वैली फ्रूट ग्रोअर्स एंड डीलर्स यूनियन के प्रमुख बशीर अहमद बशीर ने कहा, “100 करोड़ रुपये के सेब ले जाने वाले हमारे लगभग 8,000 ट्रक पिछले दो हफ्तों से सड़क पर फंसे हुए हैं।”
कश्मीर के सेब उद्योग पर जलवायु परिवर्तन के कारण खतरा कश्मीर के हालात से सेब का कारोबार भी प्रभावित भारत के इस हिमालयी क्षेत्र के लोगों के लिए फलों की खेती आजीविका का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। यहां करीब 30 लाख लोग फलों की खेती से जुड़े हैं। यातायात के कुप्रबंधन से किसान नाराज हैं और इस वजह से उन्होंने दुकानें भी बंद रखीं। पंजाब के एक ट्रक ड्राइवर राजेश कुमार ने बताया, “ट्रक में हमारे सेब सड़ने लगे हैं।”
उन्होंने कहा, ”मुझे नहीं पता कि मुझे यहां और कितने दिन खड़े रहना पड़ेगा।” राजेश कुमार के मुताबिक वह पिछले छह दिनों से उसी हाईवे पर फंसा हुआ है। वहीं कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर का कहना है कि इस बार भारी बारिश के कारण सेब की 21 लाख मीट्रिक टन से अधिक की बंपर फसल हुई है।
कमिश्नर पीके पॉल के मुताबिक, “चट्टानें गिरने से सड़क पर यातायात प्रभावित हुआ है। यह हमारे नियंत्रण में नहीं है और हम इसके बारे में कुछ नहीं कर सकते।” एक स्थानीय अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर मरम्मत का काम इसी सप्ताह पूरा किया जाना है।”