कोलकाता। पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराये गये निरीक्षण की एक आंतरिक रिपोर्ट में महामारी की एक और लहर की आशंका को खारिज करते हुए कहा गया है कि अधिकतर जिलों में कोविड-19 होने की पुष्टि की दर शून्य है। विभाग के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य के 22 जिलों में कराये गये निरीक्षण में पता चला कि कोविड-19 होने की पुष्टि दर 0 से 0.4 प्रतिशत के बीच है। हालांकि कोलकाता शहर स्वयं जिला होने के बाद भी इस निगरानी रिपोर्ट में शामिल नहीं है।
अधिकारी ने कहा कि 27 अप्रैल से 29 अप्रैल के बीच कल्याणी कॉलेज ऑफ मेडिसिन एंड जेएनएम अस्पताल ने निगरानी के दौरान कुल 10,710 नमूनों की जांच की। स्वास्थ्य आधार पर केवल एक जिले बशीरहाट में संक्रमण दर एक प्रतिशत से अधिक 1.06 प्रतिशत पाई गयी। अधिकारी ने कहा, ‘‘यह निगरानी पर आंतरिक रिपोर्ट है जिसमें पता चला है कि पश्चिम बंगाल के अधिकतर जिलों में कोविड-19 महामारी के संक्रमण की दर शून्य है। इससे पुष्टि होती है कि कोविड-19 महामारी की एक और लहर आने की आशंका लगभग नहीं है। लेकिन हमें सतर्क रहना होगा।’’
इस अध्ययन में प्रत्येक जिले से करीब 400 नमूने लिये गये। अधिकारी ने कहा कि यह सुखद तस्वीर संभवत: राज्य में संचालित सफल टीकाकरण कार्यक्रम की देन है। रिपोर्ट में पाया गया कि जिन्होंने अभी टीका नहीं लगवाया है या केवल एक खुराक ली है, उन्हें पूरी तरह टीकाकरण करा चुके लोगों की तुलना में संक्रमण का जोखिम अधिक है।