नयी दिल्ली: यूट्यूब ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) से माताओं और बेटों से जुड़े अश्लील कृत्यों को चित्रित करने वाले वीडियो को हटाने के निर्देशों का पालन करने के लिए और समय की मांग की।
एनसीपीसीआर ने 10 जनवरी को यूट्यूब के एक अधिकारी को साइट पर इस तरह की सामग्री चलाने वाले चैनलों की सूची के साथ 15 जनवरी को उसके समक्ष उपस्थित होने का निर्देश दिया था।
आयोग ने एक बयान में कहा कि उसने यूट्यूब पर ‘बच्चों के यौन शोषण से जुड़े कंटेंट’ का एक खतरनाक चलन देखा है।
एनसीपीसीआर ने कहा, ”इन वीडियो को देखने वाले दर्शकों की बड़ी संख्या है, जिसमें नाबालिग भी शामिल हैं, जो गंभीर चिंता का विषय है।”
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