वाराणसी। पंचांग के अनुसार सन् 2024 ई. में विवाह मुहूर्त इस प्रकार है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु और शुक्र तारा उदय हो एवं शुभ मुहूर्त में ही विवाह आदि मांगलिक कार्य सम्पन्न किए जाते है, इस विषय में पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री जी ने बताया कि विवाह एवं मांगलिक कार्यों के लिए गुरू और शुक्र तारा का उदय होना एवं शुभ मुहूर्त का होना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। सन् 2023 ई. 08 दिसंबर को विवाह का अंतिम मुहूर्त था क्योंकि 16 दिसंबर शनिवार को पौष मास की संक्रान्ति शुरू हो रहा है।
तदनन्तर 13 जनवरी सन् 2024 ई. तक पौष माह रहेगा अर्थात 08 दिसंबर सन् 2023 ई. से लेकर 13 जनवरी 2024 तक विवाह का कोई भी शुभ विवाह मुहूर्त नहीं है। पौष मास में आपको विवाह आदि मांगलिक कार्य करने से बचना चाहिए। सन् 2024 ई. 13 जनवरी के बाद ही शुभ मुहूर्त में विवाह आदि मांगलिक कार्य शुरू होंगे। सन् 2024 ई. विवाह का पहला मुहूर्त 16 जनवरी को है। पौष मास के दौरान आप सगाई आदि का कार्य यानि कि मंगनी आदि कार्य शुभ मुहूर्त में कर सकते हैं। मंगनी आदि कार्य में कोई समस्या वाली बात नहीं है।
पंचांग के अनुसार सन् 2024 ई. में विवाह मुहूर्त इस प्रकार है
जनवरी : 16,20,21,30 और 31.
फरवरी : 1,4,6,14,17,18,19 और 28.
मार्च : 2,3,4,5,6,7 और 12.
ध्यान दें : 24 अप्रैल से 07 जुलाई तक शुक्र अस्त (तारा डूबेगा) रहेगा, इसी बीच 6 मई से 2 जून, 2024 तक गुरु अस्त (तारा डूबेगा) रहेगा। अप्रैल : 18
ध्यान दें : देवशयनकाल (चातुर्मास) के लिए विवाह शुभ मुहूर्त (जम्मू कश्मीर, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान के लिए 17 जुलाई से 12 नवम्बर तक)
जुलाई : 11,12,14,19,20,21,22,23,27,30 और 31.
नवंबर : 3,4,6,9,10,14,17,18,22,23,2425,26 और 27.
दिसंबर : 5,6,7और 11.
ज्योतिर्विद् वास्तु दैवग्य
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
मो. 9993874848
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