नयी दिल्ली। पूर्व कप्तान कपिल देव ने ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आगामी टी20 विश्व कप के लिए चयकर्ताओं से इनफ़ॉर्म खिलाड़ियों को खिलाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि विश्व कप की तैयारियों के लिए चयनकर्ताओं को कठिन निर्णय लेने होंगे, चाहे बात विराट कोहली जैसे कद के खिलाड़ी की क्यों ना हो। कपिल ने एबीपी न्यूज़ से कहा, “अगर आपके पास कई विकल्प हैं तो आप इन फ़ॉर्म खिलाड़ियों के साथ जाएं। आप केवल प्रतिष्ठा के आधार पर नहीं जा सकते बल्कि आपको खिलाड़ी के मौज़ूदा फ़ॉर्म को देखना होगा।
आप स्थापित खिलाड़ी हो सकते हैं लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि पांच बार लगातार असफल होने के बाद भी आपको मौक़े मिलते रहेंगे।” 1983 विश्व कप विजेता कपिल देव को लगता है कि जब स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को बाहर किया जा सकता है, तो विराट कोहली को भी भारतीय टीम से बाहर किया जा सकता है। हालांकि, विराट कोहली ने नवंबर 2019 के बाद से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतक नहीं लगाया है और वे अभी अपनी फॉर्म में नहीं हैं। दीपक हुड्डा, सूर्यकुमार यादव, ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों के मिश्रण में कोहली के लिए प्लेइंग इलेवन में जगह बनाना मुश्किल हो रहा है।
खासकर तब मुश्किल हो रहा है, जब अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप शुरू होने वाला है।अब स्थिति ऐसी है कि आप कोहली को टी20 प्लेइंग इलेवन से बाहर करने पर मजबूर हो सकते हैं। उन्हें बेहतर प्रदर्शन करना होगा। अगर दुनिया के नंबर 2 गेंदबाज अश्विन को टेस्ट टीम से बाहर किया जा सकता है, तो नंबर 1 बल्लेबाज को भी बाहर किया जा सकता है।
विराट कोहली के पास अभी भी समय है, जब वे अपना बल्ले से प्रदर्शन दिखा सकते हैं। हमें उम्मीद है कि ऐसा खिलाड़ी अपनी फॉर्म में वापसी कर सकता है। ऐसा नहीं है कि आप उसे पूरी तरह से टीम से बाहर कर दें। अगर वह अभी टीम में योगदान नहीं दे पा रहे हैं, तो आगे वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने से पीछे नहीं हटेंगे। टीम के युवा खिलाड़ी अच्छा खेल रहे हैं, लेकिन जिस दिन विराट रन बनाएंगे, तो क्या आप उन्हें टीम से बाहर करेंगे?
अगर आप अश्विन को टीम से बाहर रख सकते हैं, तो आप किसी को भी टीम से बाहर कर सकते हैं।” कोहली के खराब फॉर्म और युवा क्रिकेटरों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बारे में आगे बात करते हुए कपिल ने टिप्पणी की, “फिलहाल विराट उस स्तर पर बल्लेबाजी नहीं कर रहे हैं, जो हमने उन्हें वर्षों से करते हुए देखा है, लेकिन अगर वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं तो आप युवा खिलाड़ियों को टीम से बाहर नहीं रख सकते।”