लखनऊ। उत्तर प्रदेश में दोबार सत्तारूढ़ होने जा रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नवनिर्वाचित विधायकाें की बैठक में गुरुवार को कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुना लिया गया। राज्य में भाजपा सरकार के गठन के लिये यहां स्थित लोकभवन में आहूत पार्टी की विधायक दल की बैठक में वरिष्ठ विधायक सुरेश खन्ना ने योगी को विधायक दल का नेता मनोनीत किये जाने का प्रस्ताव पेश किया। इसे सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया। इससे पहले विधायक दल की बैठक भाजपा के केन्द्रीय पर्यवेक्षक एवं गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में शाम को लगभग सवा पांच बजे शुरु हुयी। शाह ने योगी को विधायक दल का नेता चुने जाने पर उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट कर शुभकामनायें दी।
बैठक में सह पर्यवेक्षक और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास भी मौजूद थे। इस दौरान मंच पर शाह, दास और योगी के अलावा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, पार्टी के प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह और कार्यवाहक उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं दिनेश शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। बैठक शुरू होने पर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शाह और दास सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं का स्वागत किया। इसके बाद बैठक की औपचारिक शुरुआत करते हुए विधायक दल के वरिष्ठ नेता सुरेश खन्ना ने योगी को विधायक दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव पेश किया जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया।
समझा जाता है कि योगी, आज शाम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर भाजपा सरकार के गठन का दावा पेश करेंगे। गौरतलब है कि राज्य की 18वीं विधानसभा के गठन के लिये हाल ही में संपन्न हुये चुनाव में भाजपा 255 सीटें जीत कर सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है। सबसे बड़े दल के नेता के रूप में योगी के दावे को स्वीकार कर राज्यपाल उन्हें नयी सरकार के गठन के लिये आमंत्रित करेंगी, जिसके आधार पर योगी मंत्रिमंडल काे शुक्रवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी जायेगी।