कोलकाता/अलीपुरद्वार। दुनिया के सबसे बुजुर्ग बाघ की मौत हो गई है। राजा नाम के इस बाघ को पश्चिम बंगाल स्थित अलीपुरद्वार के टाइगर पुनर्वासन केंद्र में रखा गया था। बाघ की उम्र 26 साल, 10 महीने और 18 दिन थी। बताया जा रहा है कि 23 अगस्त को ‘राजा’ का 27वां जन्मदिन मनाया जाना था और वन विभाग की ओर से राजा के जन्मदिन को धूमधाम से मनाने की तैयारी भी कर ली गई थी।
वन विभाग की ओर से जानकारी दी गई कि साल 2006 से राजा नाम के इस बाघ को सुंदरवन से घायल हालत में पकड़ा गया था। तब से इसे टाइगर पुनर्वासन केंद्र में रखा गया था। वन विभाग की ओर से जानकारी दी गई कि सुंदरवन में मातला नदी पार करने के दौरान मगरमच्छ ने हमला कर दिया था, जिससे राजा का पिछला हिस्सा बुरी तरह घायल हो गया था।
पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले स्थित सुंदरबन में बाघों की संख्या 96 थी. राजा की मौत के बाद ये संख्या घटकर 95 हो गई है। चार साल बाद नवंबर 2019 से लेकर जनवरी 2020 तक बाघों की गणना कराई गई थी। गणना में सुंदरवन में 96 बाघों के होने की जानकारी मिली थी. इससे पहले सुंदरवन में 88 बाघों के होने का अनुमान लगाया गया था।