भुवनेश्वर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान टीकाकरण के क्षेत्र में भारत द्वारा हासिल की गई सफलता ने दुनिया को प्रभावित किया है। यहां राजभवन में ओडिशा सरकार द्वारा आयोजित नागरिक स्वागत कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुर्मू ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भारत की पहल की दुनिया भर में सराहना हो रही है। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है और 25 साल बाद देश आजादी की 100वीं वर्षगांठ मनाएगा। इसी तरह, ओडिशा 14 साल बाद राज्य का शताब्दी वर्ष मनाएगा।
उन्होंने कहा, “यह भारत के साथ-साथ ओडिशा के लिए भी एक बहुत ही महत्वपूर्ण चरण है। भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए सभी के सामूहिक प्रयासों की जरूरत है। हमारे देश के युवाओं की प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत के साथ भारत दुनिया में एक अग्रणी राष्ट्र बन सकता है। मुर्मू ने आगे कहा कि विकास का लाभ समाज के सभी वर्गो तक पहुंचना चाहिए।
यदि हाशिये पर रहने वालों के जीवन स्तर में सुधार नहीं किया जाता है, तो देश या समाज को सही मायने में विकसित नहीं कहा जा सकता है। इसलिए ‘अंत्योदय’ का दर्शन बहुत महत्वपूर्ण है, जिसका उद्देश्य आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े लोगों को विकास का फल पहुंचाना है। मुर्मू ने अपने भाषण के दौरान कहा कि केंद्र सरकार ने पुरी में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) का एक नया सर्कल स्थापित करने का फैसला किया है।
मुर्मू ने कहा, “ओडिशा की बेटी के रूप में मैं एक विकसित, शांतिपूर्ण और समृद्ध ओडिशा का सपना देखता हूं। मेरी इच्छा है कि भारत को और अधिक समृद्ध बनाने का अभियान ओडिशा से शुरू हो।” राष्ट्रपति ने ओडिशा के ग्लैमरस अतीत को याद किया और उज्जवल भविष्य बनाने की उनकी वास्तविक क्षमता का एहसास करने के लिए ओडिशा के लोगों में अत्यधिक विश्वास व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि ओडिशा 480 किमी समुद्र तट, खनिज, वन और जल संसाधनों जैसे प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध राज्य है। यह नदियों और उपजाऊ खेतों की भूमि है। उन्होंने कहा कि यह कड़ी मेहनत, नैतिक और कुशल मानव संसाधनों की भूमि भी है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों का समुचित उपयोग कर ओडिशा देश का विकसित राज्य बन सकता है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत का समग्र विकास उसके सभी राज्यों के विकास में निहित है। मुर्मू ने कहा कि वह उन राज्यों के लोगों से मिले स्नेह, प्यार और सम्मान से प्रभावित हैं। फिर भी अपनी मातृभूमि और मिट्टी की सुगंध निराली है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र का आकर्षण और सुंदरता अद्वितीय है।
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि वह राज्य के लोगों से मिले प्यार और सम्मान से अभिभूत हैं। उन्होंने इस तरह के भव्य आयोजन के लिए राज्यपाल गणेशी लाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और राज्य सरकार को धन्यवाद दिया। इससे पहले, उन्होंने भुवनेश्वर में प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों और ओडिशा के नेताओं की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि अर्पित की।