कोलकाता। भारतीय खाद्य निगम, मंडल कार्यालय 24 परगना के मंडल प्रबंधक डॉ. ओम प्रकाश के अनुमोदन से कार्यालय परिसर में “संघ की राजभाषा नीति एवं हिन्दी भाषा के विकास में पश्चिम बंगाल का अवदान” विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन दिनांक 22.06.2024 दिन शनिवार को सम्पन्न हुआ। जिसमें अतिथि वक्ता के रूप में बैरकपुर राष्ट्रगुरू सुरेन्द्रनाथ कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर, स्टेज-2 डॉ. बिक्रम कुमार साव उपस्थित रहें। कार्यशाला का संचालन मं.क. 24 परगना के मधुकर कुमार मिश्र, प्रबंधक (राजभाषा), जय प्रकाश यादव, स.श्रे.(राजभाषा) एवं सोनी साव, स.श्रे. (राजभाषा) ने की।
कार्यशाला में रिशु रंजन, प्रबंधक (लेखा), बिश्वदीप चंदा, प्रबंधक (लेखा), विदिशा दास, त.स.श्रे., अपर्णा दास, त.स.श्रे., अदिति घोष, त.स.श्रे., जयिता मित्रा, त.स.श्रे., शुभम कुमार, स.श्रे. (लेखा), पवन कुमार, स.श्रे. (लेखा), राजू मंडल,स.श्रे. (सा), अंकिता मल, त.स.श्रे., स्नेहा कर, स.श्रे. (लेखा), संदीप कुमार मिश्र, त.स.श्रे., सुप्रिया कुमारी, स.श्रे. (डिपो), अभिषेक मृधा, स.श्रे. (डिपो), प्रियांका बनर्जी, त.स.श्रे. एवं बिभास बिस्वास, स.श्रे (सा) की उपस्थिति सराहनीय रही।
विषय पर अपनी बात रखते हुए अतिथि वक्ता डॉ. बिक्रम कुमार साव ने विशेष जोर देते हुए कहा कि ‘भारतीय खाद्य निगम’ राजभाषा के प्रचार के साथ-साथ समूचे भारत को राष्ट्रीयता के सूत्र में पिरोने का कार्य कर रहा है। संघ की राजभाषा नीति संपूर्ण भारतवर्ष में हिंदी भाषा के प्रसार हेतु संकल्पबद्ध है और उसका विकास इस रूप में करना चाहती है जिससे हिंदी भाषा भारत की सामाजिक संस्कृति के सभी तत्वों को अभिव्यक्त करने का माध्यम बन सके। देश की शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक उन्नति के लिए हिंदी के साथ-साथ आठवीं अनुसूची में सम्मिलित भाषाओं के पूर्ण विकास हेतु सामूहिक उपाय करने की नीति भी संघ की राजभाषा नीति में शामिल है।
हिंदी के विकास में पश्चिम बंगाल का अक्षुण्ण अवदान रहा है। राजा राममोहन राय, ईश्वर चंद्र विद्यासागर, केशव चंद्र सेन, दयानंद सरस्वती, महेंद्र भट्टाचार्य, रविंद्रनाथ टैगोर, शारदा चरण मित्र, भूदेव मुखोपाध्याय जैसे राष्ट्र नायकों ने हिंदी को संपूर्ण भारतीय भाषाओं के बीच एकता को मजबूत करने की कड़ी के रूप में स्वीकार किया है और यह सभी बंगाल की भूमि से ही थे। इस राज्य में हिंदी माध्यम स्कूलों, हिंदी से स्नातक और स्नातकोत्तर की पढ़ाई की व्यवस्था भी सराहनीय है। कार्यशाला के अंत में एक ऑनलाइन राजभाषा ज्ञान एवं पारिभाषिक शब्दावली ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें संदीप कुमार मिश्र, प्रथम, प्रियांका बनर्जी, द्वितीय एवं अभिषेक मृधा, स.श्रे. (डिपो) तृतीय स्थान प्राप्त किए। कार्यशाला का समापन मधुकर कुमार मिश्र, प्रबंधक (राजभाषा) के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुई।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे कोलकाता हिन्दी न्यूज चैनल पेज को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। एक्स (ट्विटर) पर @hindi_kolkata नाम से सर्च कर, फॉलो करें।