वंडर गर्ल ने बांग्ला, अंग्रेजी व उर्दू भाषा में महारत हासिल कर कविताएं और उपन्यास लिख डाला

मालदा। हरिश्चंद्रपुर की मल्टी टैलेंटेड वंडर गर्ल ने सभी को हैरान कर दिया है। सातवीं कक्षा की छात्रा होने के बावजूद उन्होंने कई भाषाओं को सीखकर और कविताएं लिखकर सभी का दिल जीत लिया है। उनका नाम लमीसा अहमद है। उनका घर मालदा जिले के हरिश्चंद्रपुर थाने के टेंटुल बाड़ी इलाके में है। वह हरिश्चंद्रपुर में किरणबाला गर्ल्स विद्याश्रम हाई स्कूल की सातवीं कक्षा की छात्रा  हैं। लेकिन इस किशोर अवस्था में उन्होंने बंगाली, अंग्रेजी और उर्दू भाषाओं में महारत हासिल कर ली है। वे उन भाषाओं में कविताएँ लिखती व पढ़ती हैं। अब उन्होंने अंग्रेजी में एक उपन्यास भी लिखना शुरू कर दिया है। स्कूल के शिक्षकों से लेकर माता-पिता तक उनकी बहुमुखी प्रतिभा से प्रभावित हैं।

मालूम हो कि लमीसा अहमद ने 12 साल की उम्र में बंगाली, अंग्रेजी और उर्दू में पर्याप्त कौशल हासिल कर लिया था। इस प्रतिभा के कारण उन्होंने तीन भाषाओं में कविता और उपन्यास लिखकर सभी को हैरान कर दिया। स्कूली पाठ्यक्रम की किताबों के अलावा, विश्वकोश अंग्रेजी भाषा में और हैरी पॉटर की कहानी की किताबें उनकी आवाज में। उन्होंने डिटेक्टिव, किशोर कहो सांभर,  हजबरल, मकु और कोनी सहित कई कहानी की किताबें पढ़ी हैं। लमीसा अहमद ने कहा, विश्वकवि रवींद्रनाथ टैगोर की जीवनी पढ़ते समय उन्हें पता चला कि रवींद्रनाथ टैगोर ने किशोरावस्था से ही कविताएं लिखना शुरू कर दिया था। इसके बाद से उन्होंने कविताएं लिखना शुरू किया।

हालांकि वे पहले अच्छे नहीं थे, लेकिन उन्होंने माँ से प्रोत्साहन पाकर एक के बाद एक कविताएँ। बंगाली, अंग्रेजी और उर्दू में 20 से 25 कविताएँ लिख चुकी हैं। अंग्रेजी में ‘आलिया द मैजिक स्टोन’ नाम से एक उपन्यास भी लिखना शुरू किया। अबतक 45 पेज लिखे जा चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शुरुआत में वह बड़े होकर चांसलर बनना चाहते थे। जब उन्हें पता चला कि चांसलर बनने के लिए उन्हें राजनीति में शामिल होना है तो उन्होंने कॉलेज प्रिंसिपल बनने की इच्छा जताई। हालांकि पिता चाहते हैं कि उनकी बेटी वैज्ञानिक बने।

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