शेफील्ड। इंग्लैंड की महिला टीम ने स्वीडन को 4-0 से करारी शिकस्त देकर यूरोपीय महिला फुटबॉल चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई जहां उसका सामना जर्मनी या फ्रांस से होगा। इंग्लैंड की पुरुष टीम ने पिछले साल यूरो 2020 के फाइनल में पहुंची थी लेकिन वेम्बले में खेले गए फाइनल में पेनल्टी शूटआउट में इटली से हार गई थी। विश्व में दूसरे नंबर की टीम स्वीडन अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाई जबकि इंग्लैंड ने शुरू से दबदबा बनाए रखा। इंग्लैंड ने अपने तीन गोल दूसरे हॉफ में किये।इंग्लैंड की तरफ से बेथ मीड (34वें), लूसी ब्रांज (48वें), एलिसा रूसो (68वें) और फ्रैन किर्बी (76वें मिनट) ने गोल किये। आखिरी बार टीम ने 2009 में फाइनल खेला था।
इंग्लैंड ने आज तक महिला यूरो का खिताब नहीं जीता है और ऐसे में इस बार टीम के पास इतिहास रचने का मौका है।करीब 29 हजार दर्शकों से खचाखच भरे शेफील्ड, इंग्लैंड के ब्रामेल लेन स्टेडियम में पूरे मैच के दौरान इंग्लिश टीम स्वीडन पर हावी दिखी। फीफा की रैंकिंग में विश्व नंबर 2 स्वीडन ने भले ही मैच में विरोधी टीम के खिलाफ मार्किंग कर करीब शरुआती आधे घंटे इंग्लैंड के अटैक को परेशान किया लेकिन 34वें मिनट में इंग्लैंड की फॉरवर्ड बेथेनी जीन ने गोल कर टीम का खाता खोल दिया और इसके बाद निश्चित अंतराल पर गोल कर टीम ने जीत दर्ज की।
इंग्लैंड टूर्नामेंट के पूल मैचों में ऑस्ट्रिया, नॉर्वे और उत्तरी आयरलैंड को हराकर क्वार्टरफाइनल में स्थान पक्का करने वाली पहली टीम बनी थी। इसके बाद स्पेन के खिलाफ एक्स्ट्रा टाइम में गोल कर टीम ने क्वार्टरफाइनल मुकाबला जीता और अब स्वीडन को हराकर 1984 और 2009 के बाद तीसरी बार फाइनल में पहुंचने में कामयाब हुई है। इससे पहले स्वीडन ने महिला यूरोपीय चैंपियनशिप में बेल्जियम को 1-0 से हराकर सेमीफाइनल में जगह पक्की की थी।