नारी विशेष : अंडरवियर धोने वाले डिटर्जेंट भी बन सकते हैं योनि में संक्रमण का कारण

कोलकाता। योनि शरीर के संवेदनशील अंगों में से एक है। ऐसे में योनि स्वास्थ्य के प्रति विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए। अन्यथा छोटी सी लापरवाही बड़ी समस्या का कारण बन सकती है। वहीं वेजाइना के संक्रमित होने का खतरा भी अन्य अंगों की तुलना में अधिक होता है। इसलिए वेजाइना से जुड़ी हर छोटी बड़ी बात का ख्याल रखना जरूरी है। पैंटी और अन्य प्रकार के अंडरगारमेंट सबसे लंबे समय तक वेजाइना के संपर्क में रहते हैं। ऐसे में हाइजीन के साथ हमें पैंटी पर भी ध्यान देना चाहिए।

पैंटी खरीदने से लेकर इसकी नियमित सफाई और इसे पहनने के समय तक का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। तो आज हम आपकी वेजाइनल हेल्थ को ध्यान में रखते हुए लेकर आए हैं, पैंटी से जुड़े कुछ खास फैक्ट्स जिसकी जानकारी होना बहुत जरूरी है। हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर स्त्री रोग विशेषज्ञ और टेस्ट ट्यूब बेबी स्पेशलिस्ट अपोलो दिल्ली और आर्केडी विमन हेल्थ केयर एंड फर्टिलिटी की डायरेक्टर डॉ. पूजा दिवान से बातचीत की। चलिए जानते हैं वह क्या सुझाव दे रही हैं।

हमेशा नेचुरल फाइबर जैसे कि कॉटन की पैंटी चुनें

आजकल तरह-तरह के कपड़े से बनी डिजाइनर पैंटी मार्केट में उपलब्ध है। ऐसे में कई बार इन डिजाइनर पैंटी पहनने से वेजाइना को काफी ज्यादा सफर करना पड़ता है। ये हवा को पास नहीं होने देते साथ ही पसीना भी नहीं सोखते हैं। जिसके कारण बैक्टीरियल ग्रोथ बढ़ जाता है और बैक्टीरिया से लेकर यीस्ट इंफेक्शन होने का खतरा बना रहता है। इसलिए हमेशा कॉटन की हल्की और साधारण पैंटी पहने। इससे हवा भी पास हो जाती है और यह पसीना भी सोखता है। साथ ही इसका कपड़ा आपके वेजाइना को इरिटेट नहीं करता।

पैंटी को साफ करते वक्त रखें इन बातों का खास ध्यान

यह बात शायद आपको बहुत छोटी लगे परंतु आपकी वेजाइना की सेहत के लिए इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है। पैंटी को साफ करने का तरीका और इसे साफ करने में इस्तेमाल होने वाले साबुन और सर्फ में मौजूद केमिकल्स आपकी वेजाइना को संक्रमित कर सकते हैं। इसलिए हमेशा पानी को साफ करने के लिए माइल्ड साबुन या डिटर्जेंट का इस्तेमाल करें। साथ ही बाजार में मिलने वाली केमिकल युक्त सेंटेड फेमिनिन प्रोडक्ट्स से बिल्कुल दूर रहें। वहीं एंटीसेप्टिक लिक्विड का इस्तेमाल करना भी आपकी वेजाइना के लिए उचित नहीं होता। इसलिए जितना हो सके उतना साधारण तरीके से अपने अंडरगारमेंट को साफ करें और इसे अच्छी तरह से सुखाकर साफ जगह पर रखें।

रात को सोते वक्त पैंटी उतार कर सोएं

रात को पैंटी उतार कर सोना आपको अजीब लग सकता है, परंतु एक स्वस्थ वजाइना के लिए यह बहुत जरूरी है। यदि आप किसी प्रकार की वजाइनल इन्फेक्शन से ग्रसित नहीं रहती हैं, तो आप आराम से कॉटन की ढीली अंडरवियर पहन कर सो सकती हैं। परंतु यदि आपको बार-बार यूटीआई और यीस्ट इन्फेक्शन की शिकायत रहती है, तो आपको रात को पैंटी उतार कर सोना चाहिए। ऐसा करने से पर दिन पैक रहने के बाद वेजाइना पूरी तरह से खुली हवा में सांस ले पाता है। वहीं पूरी रात अंडरवियर पहन कर सोने से वैजाइना की त्वचा पर बैक्टीरियल ग्रोथ बढ़ जाता है, जिसकी वजह से आपकी योनि संक्रमित हो सकती है। हालांकि, यदि आपको बिना कपड़ों के सोने में परेशानी होती है तो कॉटन का ढीला पाजामा पहन सकती हैं।

दिन में कम से कम दो बार पैंटी जरूर बदलें

समर सीजन शुरू हो चुका है और गर्मी में अधिक पसीना आता है साथ ही जब आप वर्कआउट करती हैं तो इसके कारण पैंटी जल्दी गीली हो जाती है। वेजाइना की सेहत को ध्यान में रखते हुए वर्कआउट के बाद या आधा दिन बीत जाने पर पैंटी जरूर बदलें। हो सकता है किसी दिन आपको पैंटी बदलने की जरूरत न लगे तो आप इसे स्किप कर सकती हैं। परंतु आवश्यकता लगने पर या पेंट गीली हो जाने पर बैक्टीरिया के एक्टिव होने का इंतजार न करें। समय रहते पेंटी बदल लें ताकि आपकी योनि स्वस्थ रह सके।

सही साइज की जानकारी होना है जरूरी

जब आप अपने लिए अंडरवियर चुनती हैं, तो इसकी क्वालिटी और कपड़ों के साथ ही इसके साइज का ध्यान रखना भी जरूरी है। क्योंकि टाइट अंडरवियर आपके वेजाइना को पैक कर देती है और ऐसे में पैंटी से हवा पास नहीं हो पाती। ऐसे में वेजाइना के संक्रमित होने का खतरा बना रहता है। एक ही अंडर वियर को लंबे समय तक न पहने। एक उचित समय काल यानी की लगभग 8 से 12 महीने के बीच अपने अंडर वियर को बदल दें।

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