कोलकाता। पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिला के भांगड़ में एक आईएसएफ नेता पर शर्मनाक हरकत करने का दाग लगा है। नेता पर एक महिला से दोस्ती करने और उसे घर में कैदकर बलात्कार करने का आरोप लगाया गया है। काशीपुर थाने में दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई गई है। उस शिकायत के आधार पर आरोपी नेता को गिरफ्तार कर लिया गया। स्थानीय सूत्रों के अनुसार आरोपी नेता पेशे से टोटो (आटो)का ड्राइवर है और आईएसएफ का बूथ अध्यक्ष है। आरोप है कि उसने कपड़े लेने जाने के बजाय महिला को जमालपाड़ा में किराए के मकान में रखा और 3-4 दिनों तक लगातार उसके साथ दुष्कर्म किया।
इतना ही नहीं आरोपी ने वीडियो को वायरल करने की धमकी भी दी। वहीं नेता पर महिला के गहने बेचने का आरोप लगाया है। वहीं प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी नेता घर में पत्नी और बच्चे हैं। वह कभी-कभी भांगड़ क्षेत्र से महिला अलग-अलग जगहों पर ले जाने के लिए टोटो का इस्तेमाल करता था। कुछ दिन पहले नेता महिला को शाम को कपड़े लेने के लिए बाइक से राजारहाट ले गया। थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद ही आरोपी नेता को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
बरुईपुर पुलिस जिला के अतिरिक्त अधीक्षक मकसूद हसन ने कहा कि महिला की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी नेता को गिरफ्तार किया है और उससे पूछताछ की जा रही है। हालांकि आईएसएफ का दावा है कि तृणमूल ने उनके नेता को फंसाया है। उपाध्यक्ष इजाज़ुल मोल्ला ने कहा, “भूमि समिति और तृणमूल ने संयुक्त रूप से आईएसएफ नेता को फंसाया है। इस तरह की साजिश इसलिए हो रही है, क्योंकि वे राजनीतिक रूप से मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं।
आईएसएफ के नेता इजाजुल मोल्ला ने कहा कि भूमि समिति और तृणमूल ने संयुक्त रूप से इस आईएसएफ नेता को फंसाया है। उनका दावा है कि वह ऐसा इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि वह इसे राजनीतिक रूप से आईएसएफ का मुकाबला करने में सक्षम नहीं है। बता दें कि भागंड़ में आईएसएफ और तृणमूल कांग्रेस के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता है।
हाल में भांगड़ में दखल को लेकर तृणमूल कांग्रेस और आईएसएफ के नेताओं के बीच काफी घमासान मचा था। दो दिन पहले भी आईएसएफ और तृणमूल कांग्रेस के घटनाओं में संघर्ष की घटना घटी थी। कुछ दिन पहले आईएसएफ विधायक को तोड़फोड़ के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, हालांकि अब उन्हें जमानत मिल गयी है।