Bengal Assembly Election : PM नरेंद्र मोदी की कोलकाता के ब्रिगेड सभा में 7 मार्च को सौरभ गांगुली भाजपा का झंडा थाम सकते हैं। सौरभ गांगुली के भाजपा ज्वाइन करने का अनुमान कई महीनों से लग रहा है, परन्तु उनके बीमार पड़ने से मामला ठंडा पड़ गया था। PM नरेंद्र मोदी की सभा में 7 मार्च को सौरभ गांगुली के भाजपा ज्वाइन करने से इन कयासों पर विराम लग सकता है। सूत्रों की मानें तो मोदी के मंच पर सौरभ गांगुली उपस्थित रह सकते हैं और उसी दिन वह भाजपा का झंडा थाम लेंगे। काफी दिनों से यह बात सियासी गलियारे में चर्चा का विषय है कि सौरभ गांगुली भाजपा ज्वाइन करेंगे।
भाजपा के प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के कई नेताओं से उनकी मुलाकातों ने इन कयासों को हवा दे दी थी, लेकिन इसी बीच सौरभ बीमार हो गये। उनकी बीमारी के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह के बेटे जय शाह, राज्यपाल जगदीप धनखड़ के अलावा प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के भाजपा नेताओं ने जिस तरह उनकी खोज-खबर लेने की उत्सुकता दिखायी, उससे ही साफ हो गया था कि देर-सबेर सौरभ गांगुली भाजपा में शामिल होने वाले हैं।
सोमवार की रात भाजपा के दो बड़े नेता मुकुल राय और कैलाश विजयवर्गीय ने उनसे मुलाकात की। समझा जाता है कि 7 मार्च को कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में होने वाली पीएम मोदी की सभा में उनके भाजपा में आने को उपयुक्त बताया गया है, साथ ही चर्चा यह भी हुई कि किस भव्य तरीके से सौरभ गांगुली को मंच तक लाया जाये, जिससे पूरे बंगाल में दादा के नाम से मशहूर साफ-सुथरी छवि के सौरभ गांगुली की ज्वाइनिंग का बीजेपी भरपूर राजनीतिक लाभ ले सके।
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक बीजेपी भले यह दावा करे कि उसे बंगाल विधानसभा चुनाव में 200 सीटों पर कामयाबी मिलगी, लेकिन लगातार चल रही अंदरूनी सर्वे और कुछ टीवी चैनलों के सर्वे में यह बात उभर कर आयी है कि उसे सत्ता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत के अलावा कम से कम 30-40 सीटों का बंदोबस्त करना होगा और इसके लिए किसी बड़े प्रभाव वाले व्यक्ति को पार्टी में लाना जरूरी है, चुकी बंगाल के लोग सौरभ गांगुली पर भरोसा करते हैं और बड़ी संख्या में उनके फैन हैं अतः बीजेपी उन्हें जल्द से जल्द उन्हें अपने पाले में करना चाहती है और उन्हें प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति में भाजपा में लाने की योजना है।