क्‍यों निकलते है प्राइवेट पार्ट पर Pimple, कैसे करें इनका इलाज?

गर्मियों में धूल-मिट्टी के कारण चेहरे पर पिंपल्स निकलना आम बात है लेकिन कई पिंपल प्राइवेट पार्ट के आसपास निकल आते हैं। जी हां, पिंपल आपकी पीठ, चेस्ट और चेहरे पर ही नहीं बल्कि योनि में भी हो सकते हैं। हालांकि इनके कारण थोड़े अलग होते हैं और इसके लिए आप घबराने की जरूरत भी नहीं। असल में जहां कहीं भी तेल ग्रंथियां मौजूद हैं, वहां पिंपल हो सकते हैं। चलिए आज हम आपको प्राइवेट पार्ट में पिंपल्स होने के कुछ कारण और घरेलू उपाय बताते हैं, जिससे आप इस समस्या से बच सकती हैं।

प्राइवेट पार्ट में पिंपल्स होने के कारण

हार्मोनल बदलाव : सीबम का उत्पादन ज्यादा होने के कारण वैजाइना में एक्ने या पिंपल्स होता है। वहीं पीरियड्स या प्रैग्नेंसी के दौरान हार्मोन के असंतुलन के कारण डेड स्किन सेल्स और बैक्टीरीया का उत्पादन रोम छिद्रों पर होने लगता है, जो मुंहासों का कारण भी बनता है। इसके अलावा हद से ज्यादा स्ट्रेस लेना भी इसका कारण हो सकता है।

अधिक पसीना आना : गर्मियों में अधिक पसीने आने के कारण त्वचा पर नमी की एक परत बन जाती है, जिसपर बैक्टीरिया पनपने लगते हैं और यही बाद में मुहांसों का कारण बनते हैं। ऐसे में लड़कियों को चाहिए कि वो समय-समय पर प्राइवेट पार्ट की सफाई करें।

टाइट फिटिंग जींस : अगर आप भी हद से ज्यादा टाइट जींस पहनती हैं तो संभल जाए क्योंकि यह मुहांसे ही नहीं बल्कि अन्य बीमारियों का कारण भी बनते हैं। दरअसल, तंग कपड़े पहनने के कारण उस एरिया को नमी नहीं मिल पाती और प्राइवेट पार्ट में ड्राईनेस आ जाती है, जिससे मुहांसे की समस्या होने लगती है।

रेजर का इस्तेमाल : प्यूबिक हेयर रिमूव करने के लिए लड़कियां अक्सर शेविंग रेजर का यूज करती हैं, जिसके कारण योनि बाहरी बैक्टीरिया के संपर्क में आ जाती है और पिंपल होने लगते हैं। ऐसे में बेहतर होगा कि आप रेजर का इस्तेमाल करने से पहले उसे अच्छी तरह गर्म पानी में साफ करें। हो सके तो एक ही रेजर को 1-2 बार से ज्यादा यूज ना करें।

वैक्सिंग के कारण : बिकनी बैक्स का इन दिनों काफी ट्रैंड है लेकिन गर्म वैक्स के साथ बाल निकालने से त्वचा पर बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जिससे दाने निकलने लगते हैं। साथ ही वैक्सिंग की वजह से फेलसिलाइटिस या बाल कूप की सूजन की समस्या भी हो सकती है।

पर्सनल हाइजीन का ख्याल ना रखना : योनि के आसपास मुंहासे होने का एक सबसे बड़ा कारण है साफ सफाई का अभाव। योनि बहुत ही सेंसेटिव पार्ट होता है। ऐसे में इसकी सही तरीके साफ-सफाई ना करने पर गंदगी और मेल जमा होने लगती हैं, जो मुहांसों का कारण बनती है।

गलत चीजों का इस्तेमाल : मलहम, पाउडर, सुगंधित साबुन, कपड़े धोने वाले डिटर्जेंट, औषधीय मलहम या जैल के कारण त्वचा की एलर्जी योनि में मुंहासे का कारण बन सकती है।

वैजाइनल एक्ने का इलाज : कुछ टॉपिकल ऑइन्ट्मन्ट से वैजाइनल एक्ने का ट्रीटमेंट किया जा सकता है। एजेलियाक एसिड एक प्रकार का यौगिक होता है जो सूजन और डेड स्किन सेल्स को कम करने में मदद करते हैं। वैजाइना के जिस अंश में बाल रहता है वहीं इसको लगायें। नरम त्वचा और म्यूकोज़ल लेयर को इसको लगाने की गलती न करें।

बार-बार ना छुएं पिंपल : पिंपल को पिचकाने या फोड़ने से इंफेक्शन हो जाने के खतरा होता है। दरअसल, छूने या फोड़ने से हाथों और हवा में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया इंफेक्शन पैदा कर सकते हैं, जो आपके लिए समस्या खड़ी कर सकता है।

घरेलू इलाज

नारियल तेल : कई बार गंभीर हो जाने पर पिंपल्स के कारण दर्द व सूजन की समस्या भी हो जाती है। ऐसे में नारियल का तेल, एंटिसेप्टिक क्रीम, तुलसी या नीम का रस हल्के हाथओं से लगाएं। इनमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण कीटाणु को खत्म करके पिंपल्स, दर्द और खुजली की समस्या से राहत दिलाएंगे।

एप्पल साइडर विनेगर : 1 लीटर पानी में 3 बड़े चम्मच सेब का सिरका मिलाकर योनि को साफ करें। इससे वैजाइना की खुजली दूर हो जाती है।

टी ट्री ऑयल : टी ट्री ऑयल एक नैचुरल फंगल क्लींजर है। टी ट्री ऑयल की कुछ बूंदें रूई पर लगाकर 4 घंटे के लिए अपनी योनि पर लगाएं रखें। इससे पिंपल्स के साथ खुजली, जलन जैसी समस्याएं भी दूर रहेंगी।

ऐसे पर्सनल हाइजीन का रखें ख्याल 

  • नमी के कारण अक्सर इंफैक्शन होने का खतरा बना रहता है इसलिए हमेशा वेजाइना का ड्राई रखें।
  • प्यूबिक हेयर होने से पसीना अधिक आता है और पसीने के कारण गंध और इंफैक्‍शन रहती है। ऐसे में टाइम-टू-टाइम इसे साफ करें।
  • गर्मियों में कॉटन पैंटी पहनें। यह न केवल पहनने में आरामदायक होती है, बल्कि प्राइवेट पार्ट को ड्राई भी रखती है।
  • दिन में 1-2 बार पैंटी बदलें। इससे प्राइवेट पार्ट स्वस्थ व बदबू से मुक्त रहेंगे।
  • यह काफी संवेदनशील हिस्सा है इसलिए प्राइवेट पार्ट को साफ करने के लिए हार्श साबुन का यूज ना करें।
  • प्राइवेट पार्ट की सफाई के लिए हल्के गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें, इससे बैक्टीरिया निकल जाते हैं और पिंपल्स नहीं निकलते।

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