तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : तृणमूल कांग्रेस नेता व राज्य सरकार में मंत्री के तौर पर शुभेंदु अधिकारी कई बार खड़गपुर आ चुके हैं। नवंबर 2019 में हुए उप चुनाव में टीएमसी की जीत का पूरा श्रेय भी शुभेंदु को दिया जाता रहा लेकिन भाजपा में जाने के बाद से उनकी शहर से दूरी बनी हुई थी। कार्यक्रम तो कई बार बना लेकिन किसी न किसी बहाने टलता रहा लेकिन शुक्रवार को उनके न्यू सेटलमेंट में अचानक कार्यक्रम तय होने से राजनीतिक खेमों में भारी कौतूहल है। सबसे ज्यादा उत्कंठा दल-बदल की संभावना को लेकर है क्योंकि टीएमसी में रहने के दौरान पार्टी के कई नेता व सभासद उनके प्रभाव में रहे थे।
नगरपालिका चुनाव के मुहाने पर जब भाजपा नेता बार – बार दावा करते हैं कि टीएमसी के कई नेता उनके संपर्क में हैं और वे कभी भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं, शुभेंदु अधिकारी के कल के दौरे से इन अटकलों को बल मिल रहा है कि क्या इस कार्यक्रम में विरोधी दल के कुछ नेता भाजपा में शामिल होने वाले हैं।
जानकारों का मानना है कि बगैर रोडमैप व प्लान के शुभेंदु अधिकारी जैसे नेता खड़गपुर नहीं आ सकते । यह उनकी प्रतिष्ठा के अनुकूल नहीं होगा। टीएमसी नेतृत्व की भी राजनीतिक घटनाक्रम पर बारीक नजर है। हालांकि दलीय नेता इसे ज्यादा महत्व भी नहीं देना चाहते। टीएमसी की जिला समिति के प्रवक्ता देवाशीष चौधरी ने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। दूसरी तरफ भाजपा जिला अध्यक्ष समित दास इसे सांगठनिक कार्यक्रम बताते हुए कहते हैं कि शुक्रवार की शाम छह बजे शुभेंदु अधिकारी बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। दूसरे दलों से भाजपा में ज्वाइनिंग की संभावना पर दास ने कहा कि ज्वाइनिंग हो ही सकती है। इसमें आश्चर्य की क्या बात है।