कोलकाता । राष्ट्रीय कवि संगम पश्चिम बंगाल के प्रांतीय अध्यक्ष एवं विख्यात हास्य व्यंग्य कवि डॉ. गिरिधर राय की अध्यक्षता में उत्तर चौबीस परगना जिला ने अपने कवि धर्म का निर्वाहन करते हुए हनुमान जयंती के पावन अवसर पर ऑनलाइन काव्य गोष्ठी संपन्न किया। “राम और हनुमान हैं एक दूजे के पूरक, एक दूजे बिन नहीं धरा पर है उनका कहीं नाम। बोलो जय श्री राम, जय हनुमान” का आगाज करते हुए जिला मंत्री सुषमा राय पटेल ने अध्यक्ष महोदय की अनुमति से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सर्वप्रथम कंचन राय ने अपनी मधुर आवाज में मां शारदे की वंदना प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। जिला अध्यक्ष राजीव मिश्र द्वारा स्वागत वक्तव्य दिया।
काव्य गोष्ठी में शामिल रचनाकारों में उपस्थित रहें : मनोज कुमार मिश्र, रागिनी मिश्रा, श्यामा सिंह, रामपुकार सिंह, पुष्पा मिश्रा, धर्मनाथ दूबे, रीमा पांडेय, स्वागता बसु, रमाकांत सिन्हा, सुदामी यादव, कामायनी संजय, सुषमा राय पटेल, कंचन राय आदि। सभी रचनाकारों ने अपनी रचनाओं से मंच को गुंजायमान करते हुए राम हनुमान द्वारा प्रतिस्थापित सांस्कृतिक विरासत को न केवल याद किया बल्कि उसे अपने जीवन में उतारने का आह्वान भी किया।
राष्ट्रीय कवि संगम, पश्चिम बंगाल के महामंत्री ने अपने वक्तव्य में राष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत की गरिमा को बनाए रखने का संदेश दिया। सुषमा राय पटेल का मनमोहक संचालन और पुष्पा मिश्रा द्वारा सारगर्भित धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम औपचारिक ढंग से संपन्न हुआ। वहीं एक ख़ास अंदाज़ में रचनाकारों ने एकस्वर में हनुमान चालीसा का पाठ किया और काव्यगोष्ठी का शानदार समापन किया गया।