Kolkata Desk : ममता बनर्जी के बाद अब कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने भी पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पश्चिम बंगाल के लिए Covid-19 Vaccine का कोटा बढ़ाने का अनुरोध किया है।उन्होंने पीएम को लिखे पत्र में कहा है कि अभी तक बंगाल की 70 फीसदी आबादी का टीकाकरण नहीं हो पाया है। अतः एक बड़ी आबादी अभी भी असुरक्षित है। उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल सरकार कोरोना के टीकों की भारी कमी का आरोप बार-बार लगा रहा है।
इससे पहले पीएम मोदी को पत्र लिखकर राज्य में कोरोना वैक्सीन के कमी की शिकायत की गई थी। ममता बनर्जी ने चिट्ठी में कहा था कि यदि टीकों की आपूर्ति नहीं बढ़ाई गई तो कोविड महामारी की स्थिति गंभीर हो सकती है। अधीर रंजन चौधरी ने बताया कि बंगाल की जनसंख्या लगभग 10 करोड़ है। उन्हें मिली जानकारी के अनुसार अभी मात्र 3 करोड़, 65 हजार लोगों को वैक्सीन दी गई है।
इसका मतलब साफ है कि अभी भी 70 फीसदी आबादी वैकसीन से वंचित है। 70 फीसदी लोग सुरक्षा का इंतजार कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में राज्य के लिए वैक्सीन का कोटा बढ़ाना जरूरी है। दूसरी ओर पीएम को लिखी चिट्ठी में ममता बनर्जी ने कहा था कि राज्य को 14 करोड़ खुराक की जरूरत है। पिछले दिनों भी पीएम मोदी से मुलाकात कर ममता बनर्जी ने राज्य में कोरोना वैक्सीन की कमी का मुद्दा उठाया था।
सीएम ममता बनर्जी ने लगाया था भेदभाव का आरोप : कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए सीएम ममता बनर्जी ने गुरुवार को ग्लोबल एडवाइजरी बोर्ड की बैठक की थी, जिसमें नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी भी मौजूद रहे थे। इस बैठक में ममता बनर्जी ने कहा था कि इस साल के अंत में दुर्गा पूजा की छुट्टियों के बाद एक-एक दिन के अंतराल पर स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार कर रहे हैं।
केंद्र पर लगाया भेदभाव का आरोप ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में टीकों को लेकर पश्चिम बंगाल के साथ भेदभाव का आरोप लगाया था. ममता बनर्जी ने कहा था कि केंद्र द्वारा बीजेपी शासित राज्यों को पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन दी जा रही हैं जबकि बंगाल को वंचित रखा जा रहा है।