नयी दिल्ली। पीएम मोदी ने गुरुवार को दो दिवसीय वर्चुअल ग्लोबल साउथ समिट को संबोधित किया। उन्होंने समिट में शामिल देशों से साथ मिलकर नई वैश्विक व्यवस्था बनाने और एक-दूसरे के विकास में सहयोग देने की अपील की। पीएम मोदी ने नए साल की शुभकामनाएं देते हुए कहा, ”हमने चुनौती भरे एक और साल में प्रवेश किया है जिसमें युद्ध, टकराव, आतंकवाद और भू-राजनीतिक तनाव जैसी चुनौतियां सामने हैं। खाद्य पदार्थों और कीटनाशकों की बढ़ती कीमतें और कोविड महामारी का आर्थिक प्रभाव के चलते दुनिया संकट से गुज़र रही है।”
”एक वैश्विक आवाज़ के तौर पर हमें भविष्य में बड़ी भूमिका निभानी है। हमारे देशों में तीन चौथाई मानवता बसती है। दुनिया की बेहतरी के लिए हमारी भी समान आवाज़ होनी चाहिए।” उन्होंने कहा, ”दुनिया के सामने मौजूद कई वैश्विक चुनौतियां ग्लोबल साउथ के कारण पैदा नहीं हुईं हैं लेकिन उनका असर यहां भी है।
हम साथ मिलकर असमानता कम कर सकते हैं, मौके बढ़ा सकते हैं, विकास में सहायता करके प्रगतिशील और संपन्न हो सकते हैं।” पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दशक में हमने विदेशी शासन के खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़ी है। हम लोगों के कल्याण के लिए नई वैश्विक व्यवस्था बनाने के लिए इस दशक में भी ऐसा कर सकते हैं। जहां तक भारत की बात है तो आपकी आवाज़, भारत की आवाज़ है। आपकी प्राथमिकताएं, भारत की प्राथमिकताएं हैं।