कोलकाता। पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले के आरोपी पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है। करीबी अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों से कैश की बरामदगी के बाद रविवार को पार्थ चटर्जी ने कहा, समय आने पर सब पता चल जाएगा। दरअसल, पार्थ चटर्जी को रविवार को मेडिकल जांच के लिए ईएसआई अस्पताल लाया गया था। इस दौरान घोटालों के आरोप और साजिश के सवाल पर उन्होंने कहा, समय आने पर आप सभी को सबकुछ पता चल जाएगा। उन्होंने कहा, जो पैसा बरामद हुआ है, वह मेरा नहीं है। दरअसल, चटर्जी ने पहले भी कहा था कि मुझे साजिश के तहत फंसाया गया है।
ईडी ने राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री व मौजूदा उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को इस घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया है। उन्हें विशेष कोर्ट ने 3 अगस्त तक ईडी की हिरासत में सौंपा है। उनके अलावा टीएमसी विधायक माणिक भट्टाचार्य व चटर्जी के निजी सचिव सुकांत आचार्य भी घेरे में हैं। बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी से पूछताछ के बीच ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) करीब 15 और ठिकानों पर छापे मारने की तैयारी में है।
अब तक ईडी ने दो जगह छापों में करीब 50 करोड़ रुपये नकद बरामद किए हैं। वहीं, ईडी की जांच पूरी होने के बाद जल्द ही इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो और आयकर विभाग भी शामिल हो सकते हैं। आयकर विभाग बेनामी संपत्ति के मामले में पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी से सवाल-जवाब कर सकता है। यह भी सूचना है कि जो चार लग्जरी कारें गायब हैं, उनका अभी तक पता नहीं चला है। ईडी के अधिकारियों को शक है कि इन कारों में रुपये भरकर कहीं भेजे गए।