वित्तीय वर्ष 22 की दूसरी तिमाही में 5000 का आंकड़ा पार किया
25 फीसदी की मासिक वृद्धि, वित्तीय वर्ष 22 की पहली तिमाही की तुलना में दूसरी तिमाही में 187 फीसदी बढ़ोतरी
मुम्बई : सेल्स में निरंतर तेज़ गति के साथ त्योहारों की शुरूआत करते हुए इलेक्ट्रिक दोपहिया ब्राण्ड ‘जॉय ई-बाईक’ के अग्रणी निर्माताओं में से एक वार्डविज़र्ड इनोवेशन्स एण्ड मोबिलिटी लिमिटेड (बीएसई कोडः 538970) ने एक बार फिर से सितम्बर 2021 में शानदार परफोर्मेन्स दिया है।
इस माह फिर से रिकॉर्ड-तोड आंकड़े दर्ज करते हुए कंपनी ने इलेक्ट्रिक स्कूटरों और मोटरसाइकलां की 2,500 युनिट्स बेचीं हैं। पिछले साल की समान अवधि यानि सितम्बर 2020 में कंपनी ने कुल 117 युनिट्स बेचीं थीं।
अगस्त 2021 (पिछले माह) में कंपनी ने 2001 युनिट्स बेचीं थीं, वहीं जुलाई 2021 में 945 युनिट्स बेचीं गई थीं।
वित्तीय वर्ष 21-22 की दूसरी तिमाही के बात करें, तो कंपनी ने 5,446 युनिट्स की बिक्री के साथ पहली तिमाही की तुलना में 187 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की है। गौरतलब है कि कंपनी ने वित्तीय वर्ष 21-22 की पहली तिमाही में 1893 युनिट्स बेचीं थीं।
पिछले साल की समान तिमाही से तुलना करें तो कंपनी ने 720 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की हैं कंपनी ने वित्तीय वर्ष 21 की दूसरी तिमाही में कुल 664 युनिट्स बेचीं थीं।
विकास की तीव्र गति पर बात करते हुए श्री यतिन गुप्ते, चेयरमैन एवं प्रबन्ध निदेशक, वार्डविज़र्ड इनोवेशन्स एण्ड मोबिलिटी लिमिटेड ने कहा, ”विभिन्न सेगमेन्ट में कारोबार की गतिविधियां कोविड से पहले वाले स्तर तक पहुंच गई हैं। मौजूदा महामारी के बीच ऑन-साईट काम की मांग को देखते हुए परिवहन के निजी साधनों की मांग बढ़ रही है, साथ ही रोज़मर्रा के आवागमन के लिए इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन भी लोगों की पहली पसंद बन गए हैं।
इसके अलावा स्थायी परिवहन को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से सहयोग एवं जागरुकता अभियानों के चलते इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग बढ़ रही है, खासतौर पर विभिन्न राज्यों के युवा इन्हें खूब पसंद कर रहे हैं। आगामी त्योहारों को देखते हुए हमें विश्वास है कि आने वाले समय में हम सेल्स में शानदार परफोर्मेन्स देते हुए नए बेंचमार्क हासिल करेंगे।”
इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कंपनी ने हाल ही में इसी माह से (अक्टूबर 2021) वड़ोदरा मैनुफैक्चरिंग प्लांट में अपनी नई ऑटोमेटिक असेम्बली लाईन का संचालन शुरू किया है। इस नई असेम्बली लाईन के साथ सालाना उत्पादन क्षमता एक ही पारी में मौजूदा 1 लाख से बढ़कर दो लाख युनिट्स तक पहुंच जाएगी।