अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में मुद्दों की लड़ाई- नस्लीय टिप्पणियों से तनातनी पर आई!
दुनियां के लोकतांत्रिक देशों में चुनावों के समय मौका पाकर जातिय, नस्लीय व निम्न तबके का कार्ड खेलना आम बात- एड. के.एस. भावनानी
एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी, गोंदिया, महाराष्ट्र। वैश्विक स्तर पर यह सर्वविदित है कि दुनियां के लोकतांत्रिक देशों में चुनाव के समय हर राजनीतिक पार्टी दल कार्यकर्ता या फिर उम्मीदवार अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार या पार्टी पर बारीकी से उनकी गतिविधियों पर नजर रखते हैं, क्योंकि दोनों पक्ष जिधर दम उधर हम की नीति पर काम करते हैं। यदि किसी क्षेत्र जाति, नस्ल या समाज में वोटो की संख्या अधिक हो तो मौके पर चौका छक्का लगाने से भी दूर नहीं चूकते। अगर हम भारत में ही देखे तो हर नेता अपने आप को किसान, पिछड़ा, चाय वाला, गांव वाला, गरीब परिवार इत्यादि अनेक निम्न तबके से जुड़े लोगों के बीच का साथी बताने से नहीं चूकता! अपने हर चुनाव रैली में उस क्षेत्र की मेजोरिटी वाली फायदेमंद वोट बैंक लपकने की रणनीति अनुसार अपना भाषण या बयान दिए जाते हैं, खैर अभी भारत में तो लोकसभा चुनाव हो चुके हैं, परंतु इसकी झलक अब 5 नवंबर 2024 को विश्व के सबसे पुराने लोकतंत्र अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में दिख रही है।
हमें वहां का सियासी पारा चरम पर दिख रहा है। दरअसल अभी इजराइल के राष्ट्रपति के अमेरिकी दौर में ट्रंप, हैरिस से मुलाकात, इसी बीच हमास पॉलिटिकल नेता स्माइल हानिया की हत्या, फिर 31 जुलाई 2024 को हमास के सिक्योरिटी कमांडर मोहम्मद डेरिफ के मारे जाने की पुष्टि से अमेरिकी चुनाव में असर पड़ने की संभावना व्यक्ति की जा रही है, वहीं इस चुनाव में अश्वेतों का भी महत्वपूर्ण भूमिका रहता है, जिसमें हैरिस का उस ओर झुकाव पर डोनाल्ड ट्रंप ने एक इंटरव्यू में कमला हैरिस पर नस्लीय टिप्पणी से चुनावी मुद्दे की लड़ाई नस्लीय टिप्पणियों से तनातनी पर आई। चूंकि दुनियां के लोकतांत्रिक देशों में चुनाव के समय मौका पाकर जातिय, नस्लीय या निम्न तबके का कार्ड खेलना आम बात है, इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आलेख के माध्यम से चर्चा करेंगे, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव सियासी पारा चरम पर, कमला हैरिस भारतीय या अश्वेत? मुद्दे की गूंज।
साथियों बात अगर हम अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कमला हैरिस पर नस्लीय टिप्पणी की करें तो, ट्रंप ने कमला हैरिस की नस्लीय पहचान पर सवाल उठाते हुए कहा है कि वह जानबूझकर अश्वेत पहचान भुनाने में लगी हैं। ट्रंप ने शिकागो में नेशनल एसोसिएशन ऑफ ब्लैक जर्नलिस्ट्स कन्वेंशन को संबोधित करते हुए कहा कि वह हमेशा से खुद को भारत से जुड़ा हुआ बताती थीं। वह इंडियन हेरिटेज को प्रमोट करती थीं। लेकिन अब वह अचानक से अश्वेत हो गई हैं। वह अश्वेत कब से हो गई? अब वह चाहती हैं कि उन्हें अश्वेत के तौर पर पहचाना जाए। ट्रंप ने कहा कि मुझे नहीं पता कि वह भारतीय है या अश्वेत है? मैं भारतीयों और अश्वेतों दोनों का ही सम्मान करता हूं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि हैरिस के मन में इन्हें लेकर सम्मान की भावना है? क्योंकि वह हमेशा से भारतीय थीं और खुद को भारत से जुड़ा हुआ बताती थी। लेकिन अब वह अचानक से अश्वेत हो गई हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति पद को लेकर 5 नवंबर को चुनाव होने वाले हैं।
इसी बीच रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की एक अश्वेत पत्रकार के साथ तीखी नोकझोंक हुई। इस दौरान ट्रंप कमला हैरिस की नस्लीय पहचान पर सवाल करते नजर आ रहे हैं। दरअसल, अमेरिका की राजनीति में श्वेत और अश्वेत हमेशा से एक बड़ा मुद्दा रहा है, क्योंकि अमेरिका में भारी संख्या में अश्वेत मतदाता हैं, जो बाइडेन की उम्मीदवारी खत्म होने के बाद अब डोनाल्ड ट्रंप का सीधा मुकाबला अमेरिकी-भारतीय कमला हैरिस से है। सम्मेलन में उन्होंने कहा, मैं काफी पहले से कमला हैरिस को जानता था, कई साल तक मुझे यह नहीं पता चला कि कमला हैरिस ब्लैक हैं, लेकिन अब वह अचानक से अश्वेत बन गई हैं। ट्रंप ने कहा मुझे नहीं पता कि कमला हैरिस अश्वेत हैं या भारतीय हैं।
साथियों बात अगर हम कमला हैरिस के जवाब व व्हाइट हाउस की फटकार की करें तो, ट्रंप की बयानबाजी पर कमला हैरिस ने जवाब दिया है, उन्होंने कहा कि ट्रंप की टिप्पणी विभाजनकारी और अनादर से भरी है।कमला ने कहा कि ट्रंप हमेशा से ऐसा करते रहे हैं, लेकिन अमेरिका के लोग ट्रंप से अधिक योग्य व्यक्ति को चाहते हैं। दरअसल कमला हैरिस अमेरिका की पहली अश्वेत और भारतीय अमेरिकी उपराष्ट्रपति हैं। कमला की मां भारत और उनके पिता जमैका से थे। हावर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने के बाद साल 2017 में कमला हैरिस सीनेट में प्रवेश कर गईं और कांग्रेसनल ब्लैक कॉकस की सदस्य बन गईं।अश्वेत पत्रकार ने ट्रंप को फटकारा, ट्रंप ने अपनी टिप्पणी में कहा कि कमला हैरिस दोनों में से एक होतीं तो मैं उनका सम्मान करता लेकिन वह ऐसा नहीं करती हैं। कमला पहले पूरी तरह से भारतीय थीं और अब अश्वेत बन गई हैं। अब ट्रंप की टिप्पणी का मुद्दा ह्वाइट हाउस पहुंच गया है, जिसके बाद बवाल हो गया।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने ट्रंप पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि किसी को यह बताने का अधिकार नहीं है कि कोई व्यक्ति क्या है और उसकी पहचान कैसी है। वह तो खुद अश्वेत हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप को किसने ब्लैकनेस का मध्यस्थ बना दिया, ट्रंप के इस बयान की व्हाइट हाउस ने निंदा करते हुए इसे अपमानजनक बताया है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि इस मामले पर केवल उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ही खुद बोल सकती हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने कहा कि किसी को यह बताने का अधिकार नहीं है कि वे कौन हैं और उसे कैसे पहचाना जाए। यह किसी का अपना फैसला है ट्रंप की टिप्पणी अपमानजनक है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह राष्ट्रपति हैं। ह्वाइट हाउस की प्रेस सचिव ने कहा कि ट्रंप का इतिहास रहा है कि वह अपने प्रतिद्वंदियों पर नस्लीय हमला करते रहे हैं। उन्होंने अमेरिका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बराक ओबामा को लेकर कहा था कि वह अमेरिका में पैदा ही नहीं हुए। ट्रंप ने अपनी पार्टी की सदस्य निक्की हेली को लेकर भी झूठा दावा किया था। ट्रंप ने कहा था कि निक्की हेली अमेरिका की राष्ट्रपति नहीं बन सकतीं, क्योंकि उनके जन्म के समय उनके मां-बाप अमेरिकी नागरिक नहीं थे।
साथियों बात अगर हम कमला हैरिस के नस्लीय पहचान पर सवाल उठने की करें तो, दरअसल अमेरिकी चुनाव में श्वेतों के अलावा अश्वेतों, दक्षिण एशियाई मूल के लोगों और हिस्पैनिक लोगों का एक अच्छा-खासा वोट बैंक है। बाइडेन के राष्ट्रपति चुनाव से पीछे हटने के बाद जब से कमला हैरिस ने डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी संभाली है, उन्हें लगातार अश्वेतों और दक्षिण एशियाई मूल के लोगों का समर्थन मिल रहा है। हाल ही में हुए एक सर्वे में कमला हैरिस की रेटिंग में बढ़ोतरी भी दर्ज की गई थी। राष्ट्रपति जो बाइडेन के उम्मीदवारी से पीछे हटने के बाद कमला हैरिस की अप्रूवल रेटिंग पिछले हफ्ते की तुलना में 8 फीसदी बढ़ी है। इप्सोस पोल में कमला हैरिस की अप्रूवल रेटिंग अब 43 फीसदी है, जबकि उनकी डिस-अप्रूवल रेटिंग 42 फीसदी है। यानी, 43 फीसदी अमेरिकी कमला हैरिस को राष्ट्रपति बनाना चाहते हैं। पिछले हफ्ते तक कमला हैरिस की अप्रूवल रेटिंग 35 फीसदी और डिस अप्रूवल रेटिंग 46 फीसदी थी। दूसरी ओर रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की अप्रूवल रेटिंग में गिरावट आई है। ट्रंप की अप्रूवल रेटिंग अब 36 फीसदी और डिस अप्रूवल रेटिंग 53 फीसदी है। जबकि, पिछले हफ्ते उनकी अप्रूवल रेटिंग 40 फीसदी और डिस-अप्रूवल रेटिंग 51 फीसदी थी।
26 जुलाई को पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल ने कमला हैरिस की उम्मीदवारी का समर्थन किया था। ओबामा ने हैरिस को फोन कर इसकी जानकारी दी। ओबामा कहते हैं कि मुझे और मिशेल को आपका समर्थन करने पर गर्व हो रहा है। इस पर कमला हैरिस ने कहा कि मिशेल-बराक ये मेरे लिए बहुत मायने रखता है। अब डेमोक्रेटिक पार्टी में राष्ट्रपति उम्मीदवार चुनने के लिए 1 अगस्त को वोटिंग होगी। बराक ओबामा और मिशेल का समर्थन मिलने के बाद अब कमला हैरिस की उम्मीदवारी लगभग तय मानी जा रही है। अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति हैं कमला हैरिस, 2020 के चुनाव में कमला हैरिस पहली बार सीनेट के लिए चुनी गई थीं। वो अमेरिका की उपराष्ट्रपति बनने वालीं पहली महिला हैं। कमला हैरिस की मां भारतीय थीं, जबकि पिता जमैका के रहने वाले थे उनका जन्म कैलिफोर्निया के ऑकलैंड में हुआ था। इस पद पर पहुंचने वालीं पहली एशियाई अमेरिकी और अफ्रीकी अमेरिकी महिला हैं।उपराष्ट्रपति चुने जाने के बाद कमला हैरिस ने कहा था कि वो अमेरिकी उपराष्ट्रपति पद पर काबिज होने वाली पहली महिला जरूर हैं, लेकिन आखिरी नहीं।
साथियों बात अगर हम अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप और हैरिस दोनों उम्मीदवारों की स्थिति की करें तो, 5 नवंबर 2024 में होने वाले अमेरिकी चुनाव के लिए प्रचार अभियान अपने निर्णायक दौर में हैं। जो बाइडेन के व्हाइट हाउस की रेस से बाहर होने और कमला हैरिस की दावेदारी से रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के लिए राह मुश्किल मानी जा रही है। हैरिस उन्हें कड़ी चुनौती देती नजर आ रही हैं। अमेरिका के कई राज्यों में ट्रंप और कमला हैरिस के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही थी, अब तक हुए लगभग सभी सर्वे कमला हैरिस को ट्रंप के सामने बाइडेन की तुलना में मजबूत दावेदार मान रहे हैं। लेकिन अमेरिका से करीब 11 हजार किलोमीटर दूर हुई एक घटना राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों का रुख बदल सकती है। अमेरिका में राष्ट्रपति पद को लेकर नवंबर महीने में चुनाव होने वाले हैं। इसी बीच रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की एक अश्वेत पत्रकार के साथ तीखी नोकझोंक हुई, इस दौरान ट्रंप कमला हैरिस की नस्लीय पहचान पर सवाल करते नजर आ रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि अभी तक कमला हैरिस भारतीय विरासत पर जोर देती थीं, लेकिन वह अब अचानक से अश्वेत बन गई हैं। दरअसल, अमेरिका की राजनीति में श्वेत और अश्वेत हमेशा से एक बड़ा मुद्दा रहा है, क्योंकि अमेरिका में भारी संख्या में अश्वेत मतदाता हैं।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव सियासी पारा चरम पर- कमला हैरिस भारतीय या अश्वेत? मुद्दे की गूंज!अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में मुद्दों की लड़ाई- नस्लीय टिप्पणियों से तनातनी पर आई! दुनियां के लोकतांत्रिक देशों में चुनावों के समय मौका पाकर जातिय नस्लीय व निम्न तबके का कार्ड खेलना आम बात।
(स्पष्टीकरण : इस आलेख में दिए गए विचार लेखक के हैं और इसे ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है।)
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे कोलकाता हिन्दी न्यूज चैनल पेज को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। एक्स (ट्विटर) पर @hindi_kolkata नाम से सर्च कर, फॉलो करें।