पणजी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के परिवार पर लगे भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने बयान जारी कर पूरे मामले पर कार्रवाई की मांग किया है। कांग्रेस ने अपने बयान में कहा है कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोप गंभीर हैं। गोवा में उनकी बेटी द्वारा चलाए जा रहे रेस्टोरेंट/बार पर शराब परोसने के लिए फर्ज़ी लाइसेंस लेने का आरोप है। वो लाइसेंस एक ऐसे व्यक्ति के नाम पर है जिनका देहांत मई 2021 में हुआ, और लाइसेंस जून 2022 में एक ऐसे व्यक्ति के नाम पर लिया, जिसकी मौत 13 महीने हो गई थी।
इस पूरे मामले का खुलासा RTI से है। RTI के मुताबिक केंद्रीय मंत्री स्मृति ज़ूबिन ईरानी की बेटी ने अपने ‘सिली सोल्स कैफे एंड बार’ के लिए फ़र्ज़ी दस्तावेज़ देकर ‘बार लाइसेंस’ जारी करवाए। कांग्रेस ने कहा कि 22 जून 2022 को लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए जिस ‘एंथनी डीगामा’ के नाम से आवेदन किया गया उनकी पिछले साल मई में ही मौत हो चुकी है। एंथनी के आधार कार्ड से पता चला है कि वे मुंबई के विले पार्ले के निवासी थे। कांग्रेस ने बताया कि आरटीआई लगाने वाले वकील को इनका मृत्यु प्रमाण पत्र भी मिला है।
पवन खेड़ा ने कहा कि विषय चूंकि केंद्रीय मंत्री से संबंधित है इसलिए इस मामले में तमाम नियम कानून भी ताक पर रख दिए गए। गोवा की आबकारी नीति के मुताबिक राज्य में केवल मौजूदा रेस्टोरेंट को ही बार लाइसेंस मिल सकता है, वो भी एक रेस्टोरेंट को एक बार में एक। लेकिन पिछले साल फरवरी में स्मृति ईरानी जी के पारिवारिक रेस्टोरेंट को विदेशी शराब की खुदरा बिक्री के साथ ही भारत में निर्मित विदेशी और देशी शराब की खुदरा बिक्री के लिए भी लाइसेंस जारी कर दिए गए।
दस्तावेजों से ये भी पता चला है कि बार लाइसेंस के लिए आवश्यक रेस्तरां लाइसेंस के बिना ही बार लाइसेंस जारी किए गए ।ख़बरों के मुताबिक फर्जीवाड़े के खुलासे के कुछ ही घंटे बाद BJP सरकार ने एक्साइज कमिश्नर नारायण गड को परेशान करने का खेल शुरू कर दिया। जिन्होंने उत्तर गोवा के असगाओ में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी के परिवार द्वारा चलाए जा रहे इस अवैध बार और रेस्तरां को कारण बताओ नोटिस भेजा था।